राजभवन परिसरक नवनिर्मित राजेंद्र मंडप में बुधदिन सांझ विद्यापति गीतक मधुर स्वरक संग शुरू भेल। अमीर खुसरोक सूफी आ गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोरक रचना एकला चलो रे क संग गुनगुनात बिहार गौरव गानक विशिष्ट कोरियोग्राफी आ तेज धुनक संग ओतय बैसल लोग सेहो खूब कोरस केला- महका-महका सोंधी माटी का बिहार है। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जीक सम्मान में राजेंद्र मंडप में विशेष सांस्कृतिक संध्याक आयोजन कायल गेल छल। बुधदिन राष्ट्रपति अहि भवनक उद्घाटन केलैनी।
रंजना झा सांस्कृतिक कार्यक्रमक शुरुवात विद्यापति गीत 'जय-जय-जय भैरवी असुर भयावन, पशुपति भामिनी ..' स केलैनी। रंजना अहिक बाद मैथिली एकटा श्रृंगार रसक रचना 'सुनो-सुनो रसिया आब नय बजाऊ बंसिया गेलैनी।' रंजना के बाद बारी सूफी संगीतक छल। बेतिया स आयल असलम चिश्ती क सूफी संगीतक प्रस्तुति क लेल खास तौर पर बजायल गेल छल। सूफीक आरंभ अमीर खुसरोक अमर रचना 'छाप तिलक सब छीनी रे तोसे नैना मिलाके ..अपनी सी रंग लीन्ही रे तोसे नैना मिलाके' स भेल।
सूफीक बाद स्थानीय रवींद्र परिषदक कलाकार सभई कोरियो आह्वान स शुरू केलैनी आ तकर बाद गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोरक अमर रचना 'एकला चलो रे' गेलैनी। अंत में बिहार गौरव गानक प्रस्तुति नव आ जबर्दस्त कोरिओग्राफक संग पेश कायल गेल। बिहार गौरव गानक संग सांस्कृतिक कार्यक्रमक समापन भेल।
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