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Monday, November 26, 2012

नवपल्लव स्मारिका लेल अपन लेख भेजू

नवपल्लव अपन स्थापनाक एक वर्ष भेला पर आगामी 29 दिसंबर क दिल्ली के गाँधी शांति प्रतिष्ठान में एकदिवसीय कार्यक्रम के आयोजन कय रहल अछि। अहि अवसर पर नवपल्लव सरकारी स्कूल के छात्रक लेल " आयाची छात्रविती योजनाक " सेहो घोषणा करत। आयाची छात्रविती योजनाक बारे में विस्तार स जानकारी दैत श्री कृष्ण कुमार झा कहलैनी की पहिल साल ई छात्रविती 2 टा छात्र के 500 रूपया मासिक देल जायत। अहि अवसर पर नवपल्लव स्मारिका सेहो प्रकाशित करत। स्मारिका में नवपल्लव के एक सालक यात्राक संगही अपन आगामी योजना आ संग में आओर लेख सब सेहो रहत। स्मारिका के प्रारूप के बारे में।विस्तृत जानकारी दैत नवपल्लव के सचिव श्री भवन जी कहला की स्मारिका में जे कियो अपन लेख , कविता , पेंटिंग , देबय चाहैत छाइथ ओ अपन लेख navpallav01@gmail.com पर भेज सकैत छीया। हुनक लेख के सत्यापन भेलाक बाद स्मारिका में प्रकाशित कायल जायत।

Friday, November 23, 2012

सामा- चकेवा मिथिलाक आत्माक राग छी


मिथिला क्षेत्रक गांम अहि दिन सामा-चकेवाक गीत स गुंजायमान होयत। शाम होईते महिला सिर पर सामाक डाला लेने डाला ल बहार भेली बहिनों से..फल्लां भैया लेल डाला छीन. गीत सामूहिक रूप स गावैत जहैन निकलैती हेती त फिजा में मिसरी घुल जायत होयत।
सामा- चकेवा मिथिलाक आत्माक राग छी। पश्चिमी चकाचौंधक बीच इ पावनी अहि ठामक सांस में जिंदा अछि। जकर प्रमाण अछि आव शहर में सेहो सामा चकेवा खेलईक धूम रहैत अछि। भाई बहिनक प्रेमक प्रतीक सामा-चकेवाक ई पर्व कार्तिक शुक्ल सप्तमीक शुरू भ क कार्तिक पूर्णिमा क समाप्त होईत अछि। अहि लोग पर्वक दौरान बहिन मिट्टी स बनल सामा-चकेवा(सांब आ चक्रवाक क प्रतीक), एक पंक्ति में सात पक्षी(सात ऋषिक प्रतीक), खररूचि भाई आ बाटी बहिनी(दो पक्षी क एक दोसरक विपरीत मूंह जे भाग्यचक्र स विमुख भाई बहिनक  प्रतीक अछि), खड़ स बनल वृंदावन, भम्हरा, चुगला आदिक मूर्ति बना क सांझ पडिते घर स निकल क अन्य महिला संग सामा खेलईत भाईक जीवन मंगल आ चुगली क भाई बहिनक बीच झगड़ा लगावई वाला चुगलाक जीवन अवसादग्रसत होईक कामना करैत छियाथ । अहि दौरान बहिन भाईक दीर्घायुक लेल जीब -जीब मोर भैया जीब, सुंदर कायाक लेल जैसन धोबिया के पाट वैसन भैया के पीठ, भाई के धनवान होई के लेल गीत गावैत एक दोसराक हाथ सामा दैत छियाथ। खड़ स बनल वृंदावन में आग लगा क भाई के द्वारा रक्षा करईक कामना कायल जाईत अछि। ओतय चुगलाक जूट से बनल बाल के जला क चुगली करई वालाक लेल अपमान भरल आ दारिद्रभरल जीवनक कामना करैत छियाथ।
कार्तिक पूर्णिमाक सामा सहित अन्य प्रतिमा के सजा क कुलदेवी के समक्ष राखल जाईत अछि। एकरा बाद भाई अपन ठेहुना पर सामा के फोडैत छियाथ। अहि रस्मक बाद सामाक विदाई समदाओन गीत गावैत घर स बाहर कोनो जोतल खेत में जाक विसर्जित कय देल जाईत अछि।
अहि विषय में कथा अछि कि भगवान श्री कृष्णक पुत्री सामा आ पुत्र सांब छला। सामाक पतिक नाम चक्रवाक छल। सामा प्रतिदिन अपन बाग वृंदावन में घुमई लेल जाईत छलि। एक दिन श्री कृष्ण स सामाक नौकर डिहुली सामाक विषय में चुगली क की सामा वृंदावन में घुमईक समय ऋषि के संग रमण करैत छियाथ। जाही पर कृष्ण सामा क चिड़िया भ जाई के श्राप दय देलखिन। विरह में पति चक्रवाक स्वेच्छा स पक्षी बनि सामा क संग विचरण करय लगलैथ। श्रापक कारण ऋषि सेहो पक्षी बन गेला। इम्हर जखन सांब घर आयला त हुनका पिताक द्वारा श्राप देवक जानकारी भेलैनी। जाही पर ओ बहन सामा, बहनोई चक्रवाक आ ऋषि के पक्षी जीवन स पुन: पूर्व रूप में प्राप्त करई क लेल घोर तपस्या पर बैस गेला। आ श्रीकृष्ण प्रसन्न भ हुनका सब के श्राप मुक्त कय देलखिन। तहिये स अपन स्वजनक अल्पायु होई के आशंका स निवारणक लेल अही पर्वक शुरुआत भेल। 

Friday, November 16, 2012

मिठाही में डायन प्रथाक खिलाफ एतिहासिक फैसला

अंधविश्वास आ कुप्रथा ग्रामीण समाज में बेसी देखल जाईत अछि। मुदा शहर-महानगर सेहो अहिस मुक्त नहीं अछि। विडंबना ई अछि कि एकरा दूर करई क लेल व्यावहारिक पहल कम होईत अछि। मगर अहि मामला में बिहारक मधेपुरा जिलाक मिठाही पंचायतक फैसला अनुकरणीय उदाहरण अछि। अहि ठामक मुखिया मधुमाला देवी डायन प्रथाक खिलाफ एतिहासिक एलान केलैथि अगर कोनो महिला पर डायन होई क आरोप लगायल गेल त आरोप लगाबई वाला पर इक्कीस सौ रुपया जुर्माना लगायल जायत। ग्रामीण समाज में डायन या एहेन अनेको अंधविश्वासक प्रति लोग में जेहेन धारणा अछि, ओही सब के देखैंत अहि फैसलाक विरोध संभव छल। लेकिन सुखद आश्चर्य ई कि पंचायतक बैठक में सब कियो अहि पहल स सहमत छला। इ अहि बातक सबूत छल कि अनेक अंधविश्वासक बीच जियै वाला समुदाय में सेहो अगर ईमानदारी स सकारात्मक पहल कायल जाय त आगा बढ़ायल जा सकैत अछि। अहिस पहिले सेहो मिठाही क मुखिया अपन कार्यक्षेत्र में शराब, जुआ आ अश्लील गीत बजावै पर सेहो रोक लगेलैथ हुनक अहि निर्णय क सेहो समूचा गांम समर्थन केलक। अहि लिहाज स देखल जाई त समाज में अहि तरहक बुराई अछि जकर शिकार या भुक्तभोगी सीधा तौर पर महिला होइत छैथ। एक महिला होई क नाते मधुमाला देवी अहि सब समस्या क ज्यादा संवेदनशील तरीका स देखली। लेकिन की ई जरूरी नहीं अछि कि एक स्वस्थ समाजक लेल समाज के सब जिम्मेदार तबका के अहि दिशा में अपना ओर स पहल करवाक चाहि।
बिहार में डायन प्रथा उन्मूलन कानून काफी पहले स लागू अछि। लेकिन अहि पर अमल के अंदाजा अहि स लगायल जा सकैत अछि कि साल भर पहिले राज्य मानवाधिकार आयोग विभिन्न जिला में डायन प्रथाक कारण प्रताड़ना के पौने दो सौ स बेसी मामला लंबित होईक संदर्भ में राज्यक पुलिस महानिदेशक के नोटिस जारी कायल गेल छल । डायनक मिथ्या धारणा के लेल जतेक अंधविश्वास जिम्मेदार अछि, ओही स बेसी ई सामाजिक दुराग्रह स संचालित होइत अछि। एहेन उदाहरण मुश्किल स भेटत, जाहिमे कोनो पुरुष के एहेन आरोपक सामना करय पड़ल होयत । अहिक अलावा, डायन करार आमतौर पर समाजक दलित-पिछड़ल या पतिक मौत वा कोनो और कारण स जे महिला असगरे रहैत छैथ हुनके देल जैत छैनि । करीब चार महीना पहिले राष्ट्रीय महिला आयोग कहने छल कि देशक अलग-अलग राज्य में पचास स साठ जिला एहेन अछि जतय डायन कही क महिला के अपमानित-प्रताड़ित कय, हुनका निर्वस्त्र क गांम में घुमावई या हत्या के देल जायत अछि। एकरा दूर करैक लेल निश्चित रूप स कानूनक अपन महत्त्व अछि। मुदा अहि पर प्रभावी रोकथाम केवल सामाजिक निषेध स लागायल जा सकैत अछि।

Wednesday, November 14, 2012

चैनपुर मैराथन : विकासक लेल दौडल पूरा चैनपुर

एक व्यापक राष्ट्रीय विकासक अवधारणाक बुनियाद गाँवक विकास में निहित अछि। जा धरी हमर गाँवक समुचित आओर समग्र विकास नही होयत, देशक विकास हमर कल्पना सिर्फ़ कल्पना के रूप में सिमटीक रही जायत। आ गाँवक विकासक लेल आवश्यक अछि हमर ग्रामीण संसाधनक समुचित उपयोग आ मानव संसाधनक दक्षताक विकास, युवाशक्ति आ युवा उर्जाक भरपूर इस्तेमाल, आ एकटा सकारात्मक सोच। अहि सब लक्ष्य के लयक सहरसा जिलाक कहरा प्रखंडक अन्तर्गत चैनपुर गाँवक देशक कोना कोना आ विदेश में बसल सरकारी आ अन्य प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय संस्था में कार्यरत, आ अपन अपन व्यावसायिक क्षेत्र में, सुस्थापित लोग बीड़ा उठोलैनी अपन ग्रामीण समाज में एक नव जान फूँकईक आ ग्रामीण परिवेशक सुसुप्त सामाजिक-आर्थिक गतिविधि के एक नव विकासोन्मुख दिशा देबाक।

चैनपुर गाँवक निवासी (स्थानीय एवं गाँवक बाहर रहै वाला लोग) के द्वारा अहि उद्देश्यक पूर्ति हेतु दीपावलीक अवसर पर कालि प्रातः 9 बजे “चैनपुर मैराथन” क आयोजन केलक। अहि अवसर पर अहि कार्यक्रमक उद्घाटन सहरसा जिलाक जिलाधीश श्री मिसबाह बारी केलैनी आ अहि ऐतिहासिक अवसर पर प्रतिभागीक उत्साहवर्धन हेतु जिलाधीश महोदयक अतिरिक्त अन्य विशिष्ट अतिथि में जिला पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, आ जिला स्तरक अन्य प्रमुख अधिकारी समेत अनेको गण्यमान लोग उपस्थित रहैथ ।
उक्त कार्यक्रम के प्रति ग्रामीण में जबरदस्त उत्साहक माहौल छल। लगभग 8 किलोमीटरक अहि दौड़ में चैनपुरक आलावा आस पासक गाँवक लगभग 400 धावक शामिल भेला। आ विजेता रहला सहरसा के मुस्कान। अहि मैराथन में भाग लेनिहार प्रतिभागी के आयोजकक तरफ़ स प्रमाण-पत्र आ विशिष्ट स्थान प्राप्त करई वाला के यथोचित ‘अवार्ड’, जाहिमे “ट्राफ़ी” आ प्रमाण-पत्र शामिल छल, प्रदान कायल गेल।
“चैनपुर मैराथन” रूपी अहि अनूठी पहलक माध्यम स एक सामाजिक-आर्थिक विकासक प्रति लोग के जागरूक करैक शुरुआत होयत आ नशामुक्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक विकास, आ मूलभूत ढांचागत विकासक प्रति एक स्वस्थ मानसिकता आ सकारात्मक सोचक आगाज़क संदेश देल गेल ।
फेसबुक फोरमक माध्यम स अहि तरहक इ इवेंट के आयोजन ग्रामीण सब केलैनी ,चैनपुर वासी पहिल बेर अपन विकासक एजेंडा एही तरहें जिलाधिकारीक समक्ष रखलेथ,गाँवक वरिष्ठ व्यक्ति गन अपन नैतिक समर्थन देलैथ,पूरा ग्रामीण एक आशा के नजर स डी एम् साहब आ आयोजक के सुन्लैथ। अहि इवेंट के सफल बनावई में श्री संजय कुमार झा , श्री किशोर जी,श्री निरंजन जी,श्री अगम जी ,श्री दीपू जी,श्री देवेन्द्र जी ,श्री संतोष जी इत्यादी जे काफी कोशिश आ मेहनत केलैथ.

Sunday, November 4, 2012

बिहार के वाजिब हक दियेलाक बादे दम लेब नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटनाक गांधी मैदान में रविदिन आयोजित अधिकार रैली में बिहार के ओकर वाजिब हक दियेलाक बादे दम लेब से संकल्प लेला। विशेष दर्जाक अपन अभियानक विस्तार करैत ओ कहलैनी कि विकास में राष्ट्रीय औसत स पाछा रहई वाला सब राज्य के विशेष दर्जा भेटवाक चाही। अहिक लेल केंद्र सरकार अपन विकासक नीति बदले। ओ मार्च में अगला रैली दिल्लीक रामलीला मैदान में करैक एलान सेहो केला। जदयूक राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव कहला कि रैली में पूरा बिहार ठाड़ अछि। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह आ संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी जनताक अहि आवाज क नजरअंदाज नहीं क सकैत अछि।
नीतीश कुमार कहला कि विशेष दर्जाक मांग क ल क ओ लम्बा लड़ाई लड़ता। राजनीतिक दल के ओ स्पष्ट संकेत देलैनी कि 2014 में केंद्र में वेह पार्टीक सरकार बनत जे हुनक मांगक समर्थन करत। कहला, 'इ सेहो हमर संकल्प अछि। सात साल में बिहार बहुत विकास केलक अछि। दुनिया के सब पिछड़ल देश में बिहार के विकास देख उत्साह जागल अछि। दुनिया भारिक देश में इ कहल जा रहल अछि कि जहैनी बिहार आगा बढ़ सकैत अछि त हम हम किएक नहीं?' नीतीश कुमार भीड़ स पूछला कि " क्या हमारी युवा पीढ़ी इतना इंतजार कर सकती है। "  भीड़ पूरा जोश में हाथ उठा क कहलक-'नहीं'।

Saturday, November 3, 2012

पटना गाँधी मैदान स लाइव अधिकार रैली मैथिलि न्यूज़ पर

बिहार में भाजपा अभिभावकविहीन भ गेल

वरिष्ठ भाजपा नेता आ गुजरातक पूर्व राज्यपाल कैलाशपति मिश्रक लंबा बीमारीक बाद आई पटना स्थित हुनक आवास पर निधन भ गेलैनी . ओ 89 वर्षक छलैथ.
कर्पूरी ठाकुर मंत्रिमंडल में 1977 स 1980 धरी श्री मिश्र वित्त मंत्री सेहो छला। मिश्रक निधनक खबर मिलते उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित भाजपा क अन्य नेता पटना स्थित हुनक आवास पर जा क हुनका श्रद्धांजलि अर्पित केलखिन.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेहो मिश्रक आवास जा क हुनका श्रद्धांजलि देलखिन. नीतीश कुमार कहला की श्री मिश्र सन कुशल राजनीतिज्ञ आ प्रसिद्ध समाजसेवीक निधन स राजनीति जगतक एक युगक अंत गेल.
श्री मिश्र के अखंड बिहार में भाजपाक 'भीष्म पितामह' कहल जाई छलैनी । ओ खास क बिहार आ झारखंड में ईट-ईट जोड़ क भाजपा के 'पैघ महल' ठाड़ केला। हुनक हैसियतक अंदाज भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद के अहि बात स लगायल जा सकैत अछि -'भाजपा अभिभावकविहीन भ गेल . एक युगक अंत भ गेल।' श्री मिश्र सन संगठनकर्ता नहीं छल। हुनका लेल सब किछ संगठन (पार्टी) छल। ओ पैदल, बस, तांगा आ रिक्सा तक पर बैस क संगठन के अहि ठाम तक पहुचेला।'
हुनक अंतिम संस्कार कलि राजकीय सम्मान क संग पतनक बॉसघाट में होयत। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी सेहो हुनका श्रधांजलि देबाक लेल पटना आबी रहल छैथ .

जीवन सफर : एक नजर
जन्म : 5 अक्टूबर 1923
पिता का नाम : पंडित हजारी मिश्र
गांव : दुधारचक (बक्सर)
1942 क आंदोलन में सक्रिय भागीदारी
1945 : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स जुड़ला (अपन जीवन संघ परिवार के समर्पित केला। आजीवन अविवाहित रहैक संकल्प।).
1945-46 : आराक प्रचारक
1959 : प्रदेश संगठन मंत्री
1977-80 : बिक्रम विधानसभा क्षेत्र स विधायक
* अहि दौरान कर्पूरी ठाकुरक सरकार में वित्त मंत्री
1980 : भाजपाक प्रथम प्रदेश (बिहार) अध्यक्ष
1983-87 : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
1984-90 : राज्यसभा सदस्य
1988-93 : भाजपाक राष्ट्रीय मंत्री
1993-95 : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
1995-2003 : भाजपाक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
* राष्ट्रीय मंत्री आ राष्ट्रीय उपाध्यक्षक पद पर रहैत बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा आ अंडमान निकोबारक संगठन मंत्री

* 7 मई 2003 स 7 जुलाई 2004 : गुजरातक राज्यपाल

Thursday, November 1, 2012

सड़क नहीं वनत त होयत चक्का जाम

राजनगर स वाया नरकटिया-मंगरपंट्टी, पिलखवार, रांटी, जिला मुख्यालय तक जाई वाला मुख्य सड़क के अत्यधिक जर्जर भ गेला स अहि मार्ग पर आवागमन दुरूह भ गेला। 10 किमी लम्बा अहि सड़क पर छोट-बड़ दर्जनों गढ्डा भेला स हमेशा दुर्घटनाएं होईत रहैत अछि। ई सड़क प्रखंड मुख्यालय क जिला मुख्यालय स जोड़ई वाला न्यूनतम दूरीक सड़क भेलाक कारण अहि मार्ग पर दोपहिया आ चार पहिया वाहनक आलावा भारी वाहनक सेहो अत्यधिक दबाव रहैत अछि। एतबे नहीं मंगरौनी स्थित नवरतन में हार्ट हास्पीटल खुल गेला स नेपाल समेत सीमावर्ती क्षेत्रक दर्जनो लोगक आगमन प्रतिदिन होईत रहैत अछि। परन्तु जर्जर सड़क पर दिलक मरीज हनुमान चालीसाक पाठ करैत हार्ट हास्पीटल पहुचैत छैथ। परन्तु अहि सड़कक दुर्दशा पर नहीं त कोनो जनप्रतिनिधिक दृष्टि पड़ रहल छैन आ नही कोनो विभागीय आलाधिकारियों के अहि कारण लोग में आक्रोश अछि। ग्रामीण जिला पदाधिकारीक ध्यान उक्त जर्जर सड़कक ओर आकृष्ट करावैत अविलंब उक्त सड़कक चौड़ीकरण सह पुनर्निर्माण करावईक मांग केलैनी हे। अन्यथा चक्का जाम आंदोलनक चेतावनी देला हे।