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Monday, February 27, 2012

निधि पार्क के समीप मधुबनी बस स्टैंड ल जाई के प्रक्रिया तेज

काफी समय स मधुबनी बस स्टैंड के स्थान परिवर्तन के ल क तरह-तरह के अटकलबाजि शहर में काफी समय स चल रहल अछि। लेकिन आब लगैत अछि कि जल्दिये अहि अटकलबाजि पर विराम लागत। निधि पार्क के समीप बस स्टैंड ल जाई के प्रक्रिया तेज भ गेल अछि । जिला पदाधिकारी संजीव हंस के पहल पर नगर परिषद मधुबनी के भूमि उपलब्ध करावई में काफी मशक्कत के बाद सफलता हासिल भेलई। नगर परिषद के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी कहला की नव बस स्टैंड के लेल निधि पार्क स आगा दू एकड़ भूमि लीज पर उपलब्ध करावल गेल अछि। बस स्टैंड खोलई के प्रक्रिया आरंभ शुरु कय देल गेल अछि । नगर परिषद आ जिला प्रशासन के अथक प्रयास आ समन्वय स ई काम संभव भ सकल अछि। ओ कहला कि शहर के मध्य बस स्टैंड रहई स हमेशा अफरा-तफरी के माहौल बनल रहैत छल आ जाम के समस्या स शहर के स्थिति काफी ख़राब छल। बस स्टैंड के स्थानान्तरण भेला स शहर वासी राहत के जाम स मुक्ति भेटतेन। ओतय बाईपास सड़क जे जलधारी चौक स रांटी चौक तक जाईत अछि एकर निर्माण कार्य सेहो अंतिम चरण में अछि। आ एकर निर्माण भेलाक बाद भारी वाहन के परिचालन शहर में कम भ जायत।

Thursday, February 23, 2012

जेएनयू कॆ 25 शोधार्थी छात्र मधुबनी भ्रमण पर‌ जॆता

मधुबनी, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली स 25 शोधार्थी छात्र कॆ एकटा टीम मधुबनी जिला के स्वास्थ्य संस्थान सब में भ्रमण करता आ एतय‌ रोगी के उपचार व्यवस्था सहित स्वास्थ्य महकमा के प्रबंधकीय स्थिति कॆ सॆहॊ जायजा लेत‌। जेएनयू स एतय‌ पहुंच रहल अहि टीम कॆ जिला में भ्रमण करावै आ आवश्यक प्रशासनिक समन्वय आ सहयोग उपलब्ध करावै कॆ निर्देश मुख्यालय पटना द्वारा सिविल सर्जन कॆ दॆल गॆल अछि । राज्य स्वास्थ्य समिति पटना के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार के पत्रांक 1408 दिनांक 18 फरवरी क अहि एवज एकटा पत्र सिविल सर्जन कॆ भेजल गॆला। पत्र में स्पष्ट कॆल गॆल अछि कि सब‌ शोधार्थी छात्र कॆ विभाग द्वारा सब‌ सूचना उपलब्ध कराऒल जायत‌। निदेशक जेएनयू टीम के छात्र कॆ गणतव्य तक पहुंचाब‌ई आ सब‌ प्रकार कॆ सुविधा उपलब्ध करावई कॆ निर्देश सॆहॊ दॆलक अछि। पत्र में बतायल गॆल अछि कि मोहन राव फील्ड वर्क इंचार्ज जेएनयू दिल्ली द्वारा एतय‌ छात्र के दल कॆ भ्रमण कॆ सूचना दॆल गॆल अछि। फरवरी अंतिम सप्ताह में जिला के भ्रमणक्रम में स्वास्थ्य संस्थानों पर कर्मी आ समुदाय स बातचीत सॆहॊ ई टीम करत। आ एतय उपलब्ध सब‌ प्रकार कॆ सुविधा कॆ गहन सर्वेक्षण करत।

Wednesday, February 22, 2012

नवपल्लव " जल्दिये कर्मकांड पर एकटा कार्यक्रम के आयोजन करत

मिथिला में कर्मकांड के सब दिन स विशेष महत्व रहलैया. मिथिलाक लोग कर्मकांड में बहुत विश्वास करैत छल. मुदा आधुनिक शिक्षा आ संस्कार में पलल बढ़ल लोग अहि सब स बिलकुल दूर भ गेल आ आब एकर महत्व सेहो ख़त्म हुअ के कगार पर अछि. कर्मकांड हमर सबहक संस्कार स जुरल छल भले अहि भागदौड़ भरल जीवन में हमरा सब के एकर महत्व नहीं बुझैत हुया लेकिन एकर महत्व जीवनक लेल कहियो कम नहीं होयत.कर्मकांड एकटा अनुशाशन भरल जीवन जीवई के तरीका बतावैत अछि.

बीतल रवि दिन " नवपल्लव " के बैठक में कर्मकांड के महत्व पर काफी विचार विर्मश भेल. आ अंतिम निर्णय लेल गेल जे " नवपल्लव " जल्दिये कर्मकांड पर एकटा कार्यक्रम (ट्रेनिंग प्रोग्राम) के आयोजन करत.

Tuesday, February 21, 2012

पटना मैराथन में ४ दिन शेष लगभग तैयारी पूरा

बिहार में पहिल बेर हुअ जा रहल पटना मैराथन में आब मात्र ४ दिन शेष रही गेल अछि.आवई वाला रविदिन बिहार अपन विकास के लेल दौड़त. अहि स जुरल लगभग तैयारी पूरा के लेल गेल अछि. पटना मैराथन के ल क समूचा बिहार वाशी में काफी उत्साह छियैन. देश विदेश के नामी धावक के संग पूरा बिहार वाशी अहि दौर के हिस्सा बनता. पहिल बेर हुअ जा रहल अहि मैराथन में फ़िल्मी सितारा के भाग लई के सेहो संभावना बतायल जा रहल अछि.
भोर के ६ बजे स ऐतिहासिक गाँधी मैदान स रेस शुरू भ क बुद्धा कोलोनी , कुर्जी , पाटलिपुत्र , श्री कृष्णपुरी , बेलीरोड, राजाबाजार, दानापुर , एअरपोर्ट आ पटना जंक्सन होइत रेस पुनः गाँधी मैदान पहुचत. आ ओतय पुरस्कार वितरण समारोह होयत . १० किलोमीटर आ ५ किलोमीटर दौर के लेल सेहो अलग स रूट बनाओल गेल अछि. अहि के आलावा नेत्रहीन दौड़ सेहो होयत. पटना मैराथन में अप्रवासिय बिहारी सेहो हिस्सा लेता. अहि के आलावा बहुतो मंत्री आ विधायक सेहो अहि दौड़ में हिस्सा लेता. मैराथन के ल क पूरा शहर में पोस्टर बैनर लागायल जा रहल अछि आ पूरा पटना शहर में तोरण द्वार सेहो बनायल जा रहल अछि.मैराथन पर एक टा थीम सोंग सेहो बनायल गेल अछि. अहि सॉंग के लोंचिंग आई होयत.

महाशिवरात्रि पर्व दिल्ली आ एन सी आर में खूब धूमधाम स' मनाओल गेल

महाशिवरात्रि पर्व दिल्ली आ एन सी आर में खूब धूमधाम स' मनाओल गेल. इ एहि पावन स्थल पर भक्त सब
भगवान शिव के पूजा आराधना में अधिकाधिक संख्या में भाग लेलाह . मिथिला विहार, खोड़ा कोलोनी, गाजियाबाद
(यू. पी.) स्थित शिव हनुमान मंदिर सेवा समिति के तत्त्वावधान में विगत २० बरख स' ई महापर्व मनाओल जाइत
अछि . एहि बराक नज़ारा किछु अलग देखला गेल. अधिकाधिक संख्या में मिथिलांचल एवं पुर्वंचालक श्रद्धालु सब
उपस्थित रहलाह. एहि अवसर पर संस्थाक संचालक सदानंद ठाकुर, प्रकाश चन्द्र ठाकुर, बौअन झा, अजय झा आ समस्त
कार्यकर्ता लोकनि संगे स्थानीय समाजक व्यक्ति सब खूब बढ़ी चढ़ी क' भाग लेलाह .
संध्या आरती के बाद मैथिली गीतनादक बहुत भव्य सांस्कृतिक आयोजन भेल छल, जाहि में मिथिलांचल के सुप्रसिद्ध
कलाकार शंकर नारायण झा , संजय ठाकुर, पूजा झा, रश्मि रानी, संजय झा, भाई राधे जीक मंच संचालन में खूब रंग
जमल आ गीतकार मनीष झा बौआभाई लेखन मंच के संगे गायन मंच पर सेहो अपन एक नव छवि में नज़र एलाह .इ
कार्यक्रम भोर के ४ बजे तक दर्शक के समां बान्हि क़ा रखलाह.

साभार - विभय कुमार झा

Monday, February 20, 2012

बिहार फाउंडेशन के ग्लोबल एडवाइजरी काउंसिल के गठन केल जायत

बिहार फाउंडेशन के अध्यक्ष आ राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहलैनी कि फाउंडेशन के ग्लोबल एडवाइजरी काउंसिल के गठन केल जायत। आवै वाला दिन में फाउंडेशन के और सुदृढ़ बनायल जायत। ओ कहला कि 'ग्लोबल समिट आन चेंजिंग बिहार' विचार-विमर्श के आदान-प्रदान छल। एकरा बेस्ट प्रैक्टिस कही सकैत छि। अपन-अपन क्षेत्र में देश-विदेश के जाने माने विशेषज्ञ "ग्लोबल समिट" में आयल छला। जे विचार-सुझाव आयल छल , ओकर पेपर प्रेजेंट तैयार क विभाग के भेज देल गेला ताकि विभाग ओही सुझावों पर मंथन क आगा के उपयोगी रणनीति तैयार क सके। तीन दिवसीय सम्मेलन के मंथन पर किताब सेहो प्रकाशित कायल जायत।

सोमदिन पत्रकार स बात करैत उप मुख्यमंत्री कहला कि तीन दिवसीय ग्लोबल समिट के समापन के बाद बिहार फाउंडेशन के देश-विदेश स आयल प्रतिनिधि के बैठक में ग्लोबल एडवाइजरी काउंसिल के गठन के निर्णय लेल गेला। ओ कहला कि 22-23 देश के शहर में बिहार दिवस मनावई के निर्णय लेल गेला। संग ही साल में एकबेर अपन क्षेत्र में सम्मेलन करै पर सेहो सहमति बनल। बिहार के लोग जे ओही शहर में छिया, हुनक डायरेक्टरी बनायल जायत। उप मुख्यमंत्री बतेला कि " मुंबई चैप्टर कैंसर के इलाज के लेल ओतय आवै वाला बिहारि के ठहरे के लेल रेस्ट हाउस बनावै के निर्णय केल गेला। ई रेस्ट हॉउस 50-60 कमरा के रहत। अहि लेल जमीन के व्यवस्था क लेल गेल अछि। जल्दिये निर्माण कार्य प्रारंभ होयत "। ओ कहला कि फ्रेंड्स आफ बिहार के सहयोग स देश के तमाम राजधानी फाउंडेशन के शाखा गठित करै के निर्णय लेल गेला। विदेश विशेषकर गल्फ देश आ पड़ोसी देश में सेहो फाउंडेशन के शाखा सेहो होयत।

उप मुख्यमंत्री कहला कि ग्लोबल समिट स उत्साह के वातावरण, विकास के माहौल बनल। हर क्षेत्र में लोग सहयोग करई लेल तैयार छिया।

मेट्रिक परीक्षा के तैयारी पूरा परीक्षा काईल स


बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित होई वाला दसवीं (मैट्रिक) कॆ परीक्षा बुधदिन शुरू हुअ जा रहल अछि। परीक्षा 22 28 फरवरी तक चलत परीक्षा के लॆलसमिति कॆ ओर राज्यभर में 1735 केन्द्र बनायल गॆल अछि। अहि वर्ष मैट्रिक कॆ परीक्षा में राज्य के 12 लाख 66 हजार परीक्षार्थी शामिल हॆता। परीक्षा कॆ कदाचार मुक्त करावई कॆ जिम्मेदारी जिला अधिकारि जिला शिक्षा अधिकारि कॆ सौंपल गॆल अछि।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव ललन झा कहला कि मैट्रिक परीक्षा कॆ सब तैयारी पूरा लॆल गॆल अछि। परीक्षार्थि के प्रवेश पत्र प्राचार्य के माध्यम विद्यालय में भेज दॆल गॆल अछि। प्रवेश पत्र पर परीक्षार्थि के परीक्षा केन्द्र कॆ उल्लेख अछि। श्री झा कहला कि वर्ष 2012 के माध्यमिक परीक्षा में राज्य के 12 लाख 66 हजार परीक्षार्थी शामिल हॆंता।

श्री झा कहला कि परीक्षार्थि कॆ सुविधा के लॆलपरीक्षा समिति कॆ वेबसाइट पर सॆहॊ प्रवेश पत्र जारी कय दॆल गॆल अछि। एतय सॆहॊ डाउनलोड कायलजा सकैत अछि। वेबसाइट लॆल गॆलप्रवेश पत्र सॆहॊ मान्य होंयत लेकिन अहि कॆ साथ परीक्षार्थि कॆ पंजीयन रसीद सॆहॊ दॆखावय पङत मैट्रिक कॆ परीक्षा प्रतिदिन प्रथम पाली में होयत परीक्षा 9.45 शुरू हॊयत, 1 बजे तक चलत 15 मिनट समय परीक्षार्थि कॆ प्रश्न पत्र पढ़ई समझई के लॆल दॆल जायत

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परीक्षा कार्यक्रम

22.02.2012 : अंग्रेजी

23.02.2012 : विज्ञान

24.02.2012 : सामाजिक विज्ञान

25.02.2012 : गणित

27.02.2012 : मातृभाषा (हिन्दी, उर्दू, बंगला मैथिली)

28.02.2012 : द्वितीय भारतीय भाषा (संस्कृत, अरबी, फारसी भोजपुरी)

Sunday, February 19, 2012

नवपल्लव के आगामी कार्यक्रम पर एकदिवसिये बैसार

आई सांझ दिल्ली के कनाट प्लेस स्थित कोफ़ी हाउस में Nav Pallav "Inspiring Talent, Motivating Success" एक टा बैसार केलक जाही में आगामी कार्यक्रम पर चर्चा केलक. बैसार में सर्वसम्मति स ई निर्णय भेल जे ८ अप्रैल क Basic Understanding of Financial Instrument "Investment, Opportunity & Career" एकदिवसिये व्याख्यानमाला के आयोजन करत. आजुक अहि बैसार में नवपल्लव के अध्यक्ष संतोष झा , अमरकांत झा , संजीव झा , अनिल झा , भवन ठाकुर , विवेक चौधरी, आदि उपस्थित छला.

Saturday, February 18, 2012

हाइडल पावर कॆ विकसित क नॆपाल‌ दक्षिण एशिया कॆ सबस समृद्ध देश बन सकैत अछि

ग्लोबल समिट कॆ आई दॊसर दिन मुख्यमंत्री नीतिश कुमार कहला कि हाइडल पावर कॆ विकसित क नॆपाल‌ दक्षिण एशिया कॆ सबस समृद्ध देश बन सकैत अछि।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला कि बाढ़, बिहार आ नेपाल दुनु के लॆल‌ अभिशाप बनल अछि। आ अहि अभिशाप कॆ वरदान के रूप में परिणत कायल जा सकैत अछि। बाढ़ कॆ माडरेशन कायल‌ जा सकैत अछि लेकिन प्रकृति कॆ पुर्ण रुप स‌ हाथ में कॆनाई नामुमकिन अछि। हाइडल पावर के माध्यम स नेपाल दक्षिण एशिया का सबसे धनी देश बन सकैत अछि। आई ग्लोबल बिहार समिट में भाग लेव आयल‌ नेपाली मीडिया स बातचीत करैत ई कहला।

मुख्यमंत्री कहला कि वाटर मैनेजमेंट के माध्यम स कृषि कार्य के लॆल‌ बाढ़ के पानी कॆ उपयोग कायल जा सकैत अछि। बिहार आ नेपाल कॆ जमीन उपजाऊ अछि आ अहि ठाम कॆ लोग मेहनती छिया। हाइडल पावर प्रोजेक्ट स जॆ बीजली उत्पादन होयत, ऒकरा नेपाल अपने उपयोग कॆ अलावा भारत के हाथ स बेच क दक्षिण एशिया कॆ सबस अधिक धनी दॆश बनि सकैत अछि। भारत आ नेपाल कॆ मिल क बाढ़ कॆ समस्या कॆ समाधान निकालअ पङतै।

मुख्यमंत्री कहला कि बिहार में जॆ विकास भ‌ रहल अछि ऒकर आगा कॆ रास्ता कठिन अछि। बिहार आ नेपाल अहि विकास में साझीदार भ सकैत अछि। ग्लोबल बिहार समिट 2012 के उद्घाटन के लॆल‌ नेपाल के प्रधानमंत्री के आयला स जॆ सकारात्मक संदेश गॆल अछि ऒ दशकों तक याद राखल जायत। हम‌ नेपाल के प्रधानमंत्री कॆ आभारी छी।

Friday, February 17, 2012

तीन दिवसीय ग्लोबल सम्मिट शुरू, नेपाल के प्रधानमंत्री केलैनी उद्घाटन


बिहार आ नेपाल के बीच सामाजिक, सांस्कृतिक आ आर्थिक संबंध के आई एक नव मुकाम भेटल. शुक्रदिन ग्लोबल सम्मिट ऑन चेंजिंग बिहार, 2012 के उद्घाटन के मौका पर बिहार आ नेपाल एक-दोसर स नही केवल विकास में सहयोग मांगलक , बल्कि एकरा भरोसा सेहो देलक.

श्री कृष्ण मेमोरियल हाल में उद्घाटन समारोह के साथ तीन दिवसीय ग्लोबल सम्मिट के शुरुआत भेल. 17 सदस्यीय नेपाली प्रतिनिधिमंडल के संग पहुंचला प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई साफ़ तौर पर कहला कि हम नेपाल आ भारत, खास तौर पर सीमावर्ती राज्य के बीच मजबूत आर्थिक सहयोग के हिमायती छि.

नेपाल में पनबिजली के अपार संभावना के इस्तेमाल स साझा लाभ के लेल जा सकैत अछि. धार्मिक महत्व के पशुपतिनाथ, लुंबिनी आ जनकपुर दुनु देशों की जनता के लेल आकर्षण के केंद्र बन सकैत अछि.




अहि मौके पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी कहला कि बिहार में बदलाव कई राज्य आ देश के लेल सबक बनी गेल अछि. पांच साल पहिले ग्लोबल सम्मिट में बिहार के विकसित बनावई पर चर्चा भेल छल.

तहनी पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम कहने छला कि बिहार के पास खोने के लेल समय नहीं अछि. छह वर्षो में नीतीश कुमार समय नहीं गंवेला. आ आई ग्लोबल सम्मिट में बदलैत बिहार पर चर्चा भ रहल अछि. पांच साल बाद विकसित बिहार के सपना पूरा भ जायत. ओ कहला कि छह वर्षो में बिहार के औसत विकास दर 11 फ़ीसदी स अधिक रहल अछि.

67 लाख मीटरिक टन धान के उत्पादन क बिहार रिकॉर्ड बनेलक अछि. ओ कहला कि बिहार बदल रहल अछि आ जल्दीये विकसित बनत. आगत अतिथि के स्वागत उद्योग विभाग के प्रधान सचिव सीके मिश्र केलैनी.

अहि मौके पर नेपाल के श्रम मंत्री सविता गिरि, मॉरीशस के कला संस्कृति मंत्री मुक्तेश्वर चुन्नी, योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया आदि मौजूद छला. विषय प्रवेश इंस्टीट्यूट ऑफ़ ह्यूमन डेवलपमेंट के निदेशक डॉ अलख नारायण शर्मा केलैनी.












ग्लोबल सम्मिट में आयल मेहमान के मनोरंजन के लेल देर शाम श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में लोक संस्कृति पर आधारित नृत्य-संगीत के इंतजाम खूब सराहनीय रहल। जहैनी कलाकार मंच पर नृत्य-संगीत के प्रस्तुति प्रारंभ केलैनी, त विशेष क परदेस स आयल अतिथि के चेहरा खुशी स चमकी उठलैनी। प्रवासी मेहमान एकबेर फेर स अपन सांस्कृतिक माटी के खुशबू में डुबि क एकर आनंद उठेला।

फोटो
:- अतुल कुमार

मोंटेक सिंह जी सॆहॊ बिहार कॆ विशेष राज्य कॆ हमर मांग कॆ समर्थन द रहल छिया:-नीतीश कुमार

बिहार कॆ विशेष राज्य कॆ दर्जा देवाक‌ मांग लगातार उठावई वाला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ग्लोबल बिहार सम्मिट में सॆहॊ एकरा नहीं विसरला। ऒ उद्घाटन समारोह के मौका पर रोचक अंदाज में अहि बात कॆ जिक्र कॆला। ऒ अहि मौका पर उपस्थित‌ योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया स एकर‌ निवेदन कॆला कि 'अहि दुर्गम चढ़ाई चढ़ई में हमरा अहांक‌ सहयोग चाहि।'

मुख्यमंत्री जहनि बिहार कॆ विशेष राज्य कॆ दर्जा क मांग क रहल छला, तहनॆ हुनक नजर बगल में बैसल‌ मोंटेक सिंह अहलूवालिया पर चली गॆलनी। श्री अहलूवालिया ताली बजा रहल छला। मुख्यमंत्री बिना मौका गंवॆनॆ कहला‍ 'दॆखु ताली बजा क मोंटेक सिंह जी सॆहॊ बिहार कॆ विशेष राज्य कॆ हमर मांग कॆ समर्थन द रहल छिया।' अहि पर हाल में खूब तालि बाजल‌। मुख्यमंत्री फॆर एक लाईन कहला-'मोंटेक सिंह त हमर‌ हर नव‌ यात्रा पर फ्लैग आफ करै के लॆल आवैत छिया।'

मुख्यमंत्री अपन दु टा सपना पर‌ विस्तार स चर्चा कॆलनी। कहलैनी हमर एकटा सपना अछि कि बिहार के सुदूर इलाका, किशनगंज कॆ कॊनॊ गांव, कैमूर कॆ पहाड़ी या फॆर‌ धनहा कॆ कॊनॊ इलाका स सड़क मार्ग स पटना छह घंटा में पहुंचनाई संभव भ सके। आ हम तेजी स अहि सपना कॆ पूरा करै कॆ दिशा में बढि रहल छी। आ हमरा लगैत अछि कि अहि कार्यकाल में ई पूरा भ‌ जायत‌।' अहि क्रम में एक चुटकुला सॆहॊ ऒ सुनॆला। ऒ कहला‍'पहिलॆ बिहार में सड़क कॆ दूरी किलोमीटर में नहि समझा क घंटा में समझायल जाईत छल। कहल जाईत छल जॆ अहां अपन‌ गाड़ी में झारखंड या फॆर‌ उत्तरप्रदेश स आवि रहल छी, झपकी ल रहल छि आ अचानक गाड़ी हिचकोला खाई लगे त बुझु जॆ बिहार आबि गॆल‌। पर जमाना ऐहॆन‌ बदलल कि आब ई बात बदलि गॆल‌।'

अपन दॊसर सपना कॆ चर्चा करैत कहला कि हर हिंदुस्तानी कॆ थाङी मॆ बिहार कॆ एक व्यंजन हॆवाक चाही। ई सॆहॊ पूरा होयत‌। अक्सर ई बात होईत अछि कि अगला हरित क्रांति देश के पूर्वी हिस्सा मॆ हॊयत‌। बिहार में त हम इंद्रधनुषी क्रांति कॆ बात क रहल छी।

मधुबनी मॆ रद्द भ सकैत अछि एसटीईटी परीक्षा

प्रश्नपत्र लीक होई कॆ अफवाह के बीच माध्यमिक आ उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) राज्य भरि में किछ‌ केंद्र पर हंगामा आ परीक्षा बाधित होई कॆ छिटपुट वारदात के संग‌ संपन्न भ गॆल‌। मधुबनी कॆ एक सेंटर पर दुनु सीटिंग के बुकलेट खुल जॆबाक‌ कारण पूरा जिला कॆ परीक्षा रद होई के संभावना भए गॆल अछि। ऒतय‌ राजधानी के कालेज आफ कामर्स सेंटर पर हंगामा कॆ वजह स पहिल‌ पाली में परीक्षा नहीं भ सकल जहनि कि विलंब स प्रश्नपत्र पहुंचई के चलते आरपीएस कालेज केंद्र में दॊसर‌ पाली में परीक्षा संपन्न भॆल‌।

परीक्षा के संचालक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव ललन झा प्रश्नपत्र लीक संबंधित तमाम अफवाह पर विराम लगावैत कहला कि दुनु पालि कॆ परीक्षा संपन्न हॊई तक कॊनॊ जिला स ऐहॆन कॊनॊ सूचना प्राप्त नही भॆल‌। परीक्षा में लगभग 14 विषय छल, ऒकर‌ बुकलेट कॆ बंडल किछ जगह‌ पर गलती स खुलि जॆवाक‌ सूचना भॆटल मुदा प्रश्न कतौ आउट नहीं भॆला।

समिति के उपसचिव शिवनाथ प्रसाद कहलनि कि मधुबनी के एक केंद्र पर दुनु पालि के बुकलेट कॆ बंडल खुलई कॆ सूचना भॆटला मुदा अखनी धरि एकर पुष्टि नहीं भॆला। अहि मामला में जिला शिक्षा पदाधिकारी पूरा जिला कॆ परीक्षा रद क सकैत छियाईथ। ऒना मधुबनी के जिलाधिकारी कॆ रिपोर्ट अखनी धरि नहीं आयल अछि। ऒहॊ दावा कॆला कि प्रश्नपत्र कॊनॊ ठाम‌ आउट नहीं भॆला।

Thursday, February 16, 2012

शुक्रदिन स प्रारम्भ भ रहल 'ग्लोबल मीट-2012'

राजधानी पटना में शुक्रदिन स प्रारम्भ भ रहल 'ग्लोबल मीट-2012' में 24 देश के प्रतिनिधि आ देश के १८ स्थान के प्रतिनिधि राज्य के विकास के सम्बंध में अपन परामर्श देंता। तीन दिन तक चलई वाला अहि सम्मेलन के उद्घाटन नेपाल के प्रधानमंत्री बाबू राम भट्टाराई करता। अहि सम्मेलन में नहीं केवल आर्थिक आ राजनीतिक विशेषज्ञ शामिल हेता बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग अपन परामर्श देता। नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ 18 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सेहो अहि सम्मेलन में भाग लेता। वर्ष 2007 में सेहो पटना मे ग्लोबल मीट के आयोजन कायल गेल छल जकर उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम केने छला। राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी कहला कि ई सम्मेलन बिहार के 10 करोड़ लोगक आयोजन अछि। ओ कहला कि बिहार विकास के पथ पर अग्रसर अछि आ अहि आयोजन के जरिये राज्य विकासक दोसर पड़ाव पर पहुचत। मोदी के अनुसार ई कोनो निवेशक मीट नहीं बल्कि राज्य के प्रगति के मार्ग पर कोना आगा बढावल जाई ताहि पर मंथन अछि। अहि सम्मेलन के उद्घाटन आ समापन सत्र के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेहो सम्बोधित करता जहैनी की विभिन्न सत्र में फिल्म, टीवी, पत्रकारिता स जुड़ल लोग सेहो अपन विचार व्यक्त करता।

Wednesday, February 15, 2012

सप्तकोसी हाई डैम सर्वे कार्य करै के कवायत शुरू भ गेल अछि

उत्तर बिहार के बाढ़ स स्थायी रूप स निजात दियेवाक लेल प्रस्तावित सप्तकोसी हाई डैम बहुउद्देशीय परियोजना के सर्वे कार्य करै के कवायत शुरू भ गेल अछि। अहि के लेल केन्द्र सरकार पर दबाव बनायल जा रहल अछि। दिल्ली में आई भारत-नेपाल संयुक्त मिनीस्टीरियल कमीशन के बैठक में बिहार के हित के मजबूती स राखल जाई। दीर्घकालीन योजना के तहत हाई डैम के निर्माण बाढ़ स मुक्ति के एकमात्र उपाय मानल जा रहल अछि।

हाई डैम निर्माण के ल क केन्द्र सरकार सर्वे कार्य के लेल अगस्त 2004 में नेपाल के विराटनगर में संयुक्त परियोजना कार्यालय स्थापित केने छल। भारत-नेपाल के संयुक्त विशेषज्ञ दल के मार्च 2001 में भेल बैठक में मोबिलाइजेशन के लेल 3 महिना, अन्वेषण के लेल 16 महिना आ विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन तैयार करैक लेल 9 महिना अर्थात 30 महिना के अवधि निर्धारित कायल गेल छल मुदा सात वर्ष के बादो कार्य नगण्य अछि। संयुक्त परियोजना कार्यालय के फरवरी 2013 तक के लेल अवधि विस्तार भेला। अगर स्थिति यह रहल त अहू अवधि में भी कार्य पूर्ण होई के आसार नहीं अछि। जल संसाधन विभाग के अनुसार भारत-नेपाल संयुक्त मिनीस्टीरियल कमीशन के बैठक में दुनु देश के प्रतिनिधिय के बीच अहि दिशा में खुलि क बात भेला पर अहि सर्वे कार्य के अड़चन के दूर क एकरा गति भेट सकैत अछि।

सप्तकोसी हाई डैम परियोजना: बाढ़ स मुक्ति ,पनबिजली उत्पादन सहित बहुउद्देशीय परियोजना के तहत नेपाल में हाई डैम के निर्माण केनाई। अहि के लेल बागमती नदी पर नूनथर आ कमला नदी पर चीसापानी स्थल के पहचान कायल गेल छल। कमला बहुउद्देशीय योजना के संभाव्यता अध्ययन आ बागमती बहउद्देशीय योजना संबंधी प्रारम्भिक अध्ययन के जिम्मेवारी संयुक्त परियोजना कार्यालय के सौंपल गेल छल। बिहार के लेल ई सबस महत्पूर्ण योजना अछि। सर्वे कार्य बाधित होई के सबस पैघ कारण नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता के मानल जैत अछि।

Monday, February 13, 2012

मतभिन्नता दूर क एकजुटता के अपील

ब्राह्मण महासभा के स्तरीय सम्मेलन कलुआही प्रखंड के करमौली दुर्गा मंदिर प्रांगण में रविदिन जीबछ ठाकुर के अध्यक्षता में संपन्न भेल। सभा के संबोधित करैत प्रदेश संयोजक आशुतोष कुमार झा कहला की आगामी 20 अप्रैल क परशुराम जयंती समारोह जिला सम्मेलन के रूप में मनाओल जायत। ओ कहला की आरक्षण के आधार आर्थिक हेबाक चाही नही की जाति। योग्यता के अनदेखी कय क जाति के आधार पर आरक्षण स सामाजिक आर्थिक ढांचा के छिन्न-त्रिन्न केनाई दुर्भाग्यपूर्ण अछि। ओ 14 अप्रैल क दिल्ली के रामलीला मैदान में हुअ जा रहल ब्राह्मण महासम्मेलन के तैयारी पर चर्चा करैत कहला कि अहि के बाद सब राजनैतिक दल के संसय खत्म भ जायत। पं. देवकांत झा सौराठ सभा स्थल के उपेक्षा पर गहरा दुख व्यक्त करैत कहला कि ई मात्र वैवाहिक स्थल टा नहीं सामाजिक, सांस्कृतिक बौद्धिक स्थल के रूप में विश्व भर में प्रसिद्ध रहल अछि। ब्राह्मण के स्थिति स दुखी झा कहला की आई हम दशाहिन दिशाहिन भ चुकल छी। ब्राह्मण एकजुट केना हुआ अहि के लेल समुचित प्रयास हेबाक चाही। हर स्तर पर अहि समुदाय के अपमान, उपेक्षा, प्रताड़ना के शिकार हुअ पड़ी रहल अछि। संगठन के जरूरत पर जोड़ दैत जिला अध्यक्ष जीबछ झा अपन संबोधन में कहला कि हम संगठित भ क अपन आचार-व्यवहार आ संस्कार संस्कृति के रक्षा क सकैत छी। श्री झा सौराठ सभा गाछी के 21 एकड़ के जमीन पर अतिक्रमण पर क्षोभ व्यक्त केलैनी। सभा के संचालन मदन कांत झा के द्वारा कायल गेल।

Sabhar :- Dainik Jagran

Saturday, February 11, 2012

कोसी के त्रासद इतिहास अखनी के समृद्धशाली वर्तमान बनि चुकल अछि

बीतल बुधदिन जहैनी सुपौल सनपतहा गांव लग कोसी महासेतु के उद्घाटन कार्यक्रम चलि रहल छल, त ओतय स कनिए दूर पर चंचला कोसी शांत, अविरल बही रहल छलैथ। बीच-बीच में बासंतीक हवा के झोका स शांत कोसी में एहेन लहर बनी रहल छला, जेना ओ मुस्कुरा रहल हुईथ। महासेतु बनावई के लेल कोसी के एतय विशेषज्ञ आ इंजीनियर सब गाइड बांध के सहारा स नियंत्रित क दू किलोमीटर स सेहो कम चौड़ा में कोशी के बहई के लेल मजबूर क देलखिन। कोसी के पुराण त्रासद इतिहास के देखैत एक टा सवाल मोन में उठैत छै की भविष्य में कोसी अहि शिष्टाचार के पालन करती वा नहीं। मुदा अहि के जवाब में सेतु निर्माण में जुटल इंजीनियर के दावा छैनी कि पुल आ गाइड बनावई में जे तकनीक के उपयोग भेल अछि, ओही स कोसी एतय स बहैक नहीं सकैत छैथ।

निर्मली स सुपौल जाई के क्रम में फोर लेन सड़क पर गाड़ि हवा स बात करैत नजर आबैत अछि। जाही दिन कोशी पुल के उद्घाटन छल ताहि हमर गाँव स एक टा लड़का के विवाह सुपौल के कर्णपुर गाँव में छलैन जे सुपौल जाई लेल पाहिले मधुबनी स १० स १२ घंटा के सफ़र छल से सफ़र महज २ घंटा में तय कायल गेल ओतय स लौटैत वसंत मिश्र कहैत छैथ-'यकीन नय होय इएअ..हम सब कोसी के पेट के ऊपर सॅ गुजर रहैल छी। ओ कहैत छैथ की इ सुपौल के वेह दुर्गम इलाका छी, जतय लोग आवैत घबराइत छला। आब त ओ त्रासद इतिहास अखनी के समृद्धशाली वर्तमान बन चुकल अछि। बगल में रेल पुल निर्माण के कार्य चल रहल अछि जे अपन अंतिम चरण में अछि।

पुल के निचा चांदी सन चमकैत बालू के ढेर के की निचा जलजमाव आ ओहिपर साफ-सुथरा पानी में कलरव करैत प्रवासी पक्षी नजर आवैत अछि। पता चलल की गाइड बांध वनालक बाद ई दुर्गम इलाका विकसित भेला। अगर अहि इलाका के विकसित कायल जाय त ई पर्यटक के आकर्षण के केंद्र रहत। पुल पार करैत सनपतहा गांव के आगा पुरान रेलवे लाइन के किछ हिस्सा देखाई पड़ैत अछि। ई वेह रेलवे लाइन अछि जतय सौ साल पहिले ट्रेनें चलैत छल। बतादी जे, 1934 में अहि क्षेत्र में बड़ पैघ भूकंप आयल छल। जाही में रेलवे लाइन ध्वस्त भ गेल आ रेल परिचालन बाधित भ गेल। आ ई भूकंप मिथिला के दू भाग में बांटी देलक।

Thursday, February 9, 2012

मैथिली में प्रकाशित भेल रंगमंच आ सिनेमाक पत्रिका

मैथिली पत्रकारिताक रिक्त स्थानकें भरैत रंगमंच आ सिनेमा विषयक पत्रिका अपन प्रवेशांकक संग बाज़ार में आबी गेल अछि. समसामयकी रंग गतिविधि , सिनेमा आ सांस्कृतिक समाचार सँ सराबोर एही पत्रिकाक नाम " परिकल्पना " राखल गेल अछि.
मैथिली रंगमंच आ सिनेमा विषयक पत्रिकाक नितांत आभाव रहल अछि आ एही खगता कें पूरा करबामे सक्षम अछि इ मासिक पत्रिका. पत्रिकाक संपादन क रहल छथि युवा मीडिया आ फ़िल्मकर्मी किसलय कृष्ण. प्रबंध सम्पादक नीरज पाठक जानकारी देलैनी की ई पत्रिका नियमित रूप स निकलत. निश्चित ई पत्रिका स्वागत योग्य अछि.

Wednesday, February 8, 2012

समस्त मिथिला में महासेतु के उद्घाटन के बाद ख़ुशी के लहर

आठ दशक स दू भाग में विभक्त मिथिला बुधदिन फेर स कोसी महासेतु के उद्घाटन के संग एक भ गेल। वर्ष 1934 स अलग बंटल मिथिला आई अपन स्वरूप में आवी गेल। अहि महासेतु के निर्माण स मिथिला के सामाजिक आर्थिक हालत त बदलव करत संगही दूरि कम भेला स आब नव रिश्ता सेहो आब जुड़त। भपटियाही आ एकर आसपास के क्षेत्र के नाम सुनिते लोग के डर समां जैत छल ओतय आई पूरा क्षेत्र ख़ुशी में डूबल छल । जाही समय केन्द्रीय मंत्री डा. सी.पी. जोशी आ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महासेतु के उद्घाटन फीता काटी रहल छला। दुनु क्षेत्र मधुबनी आ सुपौल जिला के हजारों नर-नारी ख़ुशी स झूम रहल छला। कोसी के प्रचंड धारा, ओकर त्रासदी दियरा इलाका जतय कहियो लोग सोचनेहो नहीं छल जे एहेन दिन आयत। आई इ देख भावविह्वल त छलाहे संगही कौतूहल सेहो कम नहीं छल। सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज जाई में लोगों दू दू दिन लागी जैत छल स ओतय आब चंद घंटों में पहुंचल जा सकैत अछि। कोसी के विभीषिका स दू भागों में विभक्त मिथिला जकर संस्कृति, इतिहास, भाषा रहना सहन आ आचार विचार एक रहैत एक-दोसर स अलग अलग छल। आई सब जुड़ गेल। आई अहि सेतु के जनता के सिपुर्द कय देल गेल। अहि महासेतु के मिथिला के लाइफ लाइन सेहो कहल जा रहल अछि। आई समस्त मिथिला में अहि महासेतु के उद्घाटन के बाद ख़ुशी के लहर दौर गेल अछि।

सदियों पुरान रोटी बेटी के ध्वस्त भेल रिश्ता आई फेर स कायम भ गेल

अकल्पनीय अद्भुत। आई एकटा ऐतिहासिक दिन छल एहेन दिन जकर इंतजार मिथिला के लोग पिछला ७० साल स क रहल छलैथ आई भोरे पौ फटैत दुनु पार के लोगोंक हुजूम महासेतु पर जमा भ रहल छल। एकटा अजीब उत्साह उमंग चारू कात देखाई दैत छल आखिर कियक नै जे सपना सन लागैत छल से ओ मुराद आई पूरा हुअ जा रहल छल । एतय उपस्थित लोग इतिहास के कपाल पर विकास के नव गाथा के गवाह बने चाहैत छलैथ। विस्फारित नेत्र स फोरलेन हाइवे निहारैत मिथिला-कोसी की लोग के इ विश्वासे नहीं भ रहल छल कि बालू उडैत अहि धरती पर कहियो राष्ट्रीय राजमार्ग सेहो गुजरत। चारू कात कौतुहल चरम पर छल आ हाइवे पर गाड़ि के काफिला फर्राटा भरी रहल छल। फुकना स सजल टॉल प्लाजा पर पर्व-त्योहार के मेला सन सजावल गेल छल। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेहो लाखों की हुजूम भरल सभा के संबोधित करैत कहला कि कोसी वासि के लेल आई दशहरा, दीवाली आ ईद अछि। मुख्यमंत्री के मुख पर खुशी साफ़ साफ़ झलकैत छल। कहला कि हम सेहो आहा सब के खुशि में शामिल होई लेल आयल छि । ओतय उपस्थित लोग के इ सपना सन लागैत छल। डबडबाईत आंख स ओतय उपस्थित लोग के कहनाम छल जे हमर मिथिला के सदियों पुरान रोटी बेटी के ध्वस्त भेल रिश्ता आई फेर स कायम भ गेल।


Tuesday, February 7, 2012

मलेशिया में नव इतिहास लिखई गेली 'मिथिला' के बेटि

दरभंगा, : मिथिला के चारी टा बेटि मंगलदिन एक टा नव इतिहास रचै के लेल पटना होइत मलेशिया के लेल रवाना भ गेली। ओतय 11-12 फरवरी क कराटा के अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में इ सब मिथिलाक संग भारत के अगुवाई करती। मार्शल आर्ट में स्वर्ण आ कांस्य पदक में राष्ट्रीय विजेता इ चारू छात्रा के रवानगी स पूर्व डीएम आर लक्ष्मणन आ महिला सामाख्या के जिला कार्यक्रम समन्वयक अल्पना कुमारी हिनका सब के विदा करैत कहली कि मिथिला के बेटि में प्रतिभा के कमी नहीं अछि। हर क्षेत्र में हमर बेटि अपन मेधा के परचम लहरा रहल छैथ। समाज के सबस निचला पायदान स नाता राखै वाली इ छात्रा सब साबित क देली कि आर्थिक मजबूरि सफलता में बाधक नहीं बनैत छै। महिला सामाख्या द्वारा संचालित रानीपुर कस्तूरबा आवासीय विद्यालय के छात्रा संजीता कुमारी के पिता रामबली मांझी सदर प्रखंड के शीशोडीह में मजदूरी करैत छिया। हुनक मां राधा देवी निरक्षर छैथ। संजीता कहलैनी कि अल्पना कुमारी हुनका पढइ के लेल प्रेरित केलखिन। आ ओतय पढ़ाई के संग जूडो कराटा के प्रशिक्षण के व्यवस्था सेहो केलखिन। सदर प्रखंड के रानीपुर निवासी रूदल यादव आ नीलम देवी के पुत्री कंचन कुमारी राष्ट्रीय स्तर पर कराटा में कांस्य पदक जीत चुकल छियाथ। जाले के नवादा, जोगियारा के निवासी स्व. महेश मांझी आ रंजू देवी की पुत्री पूजा कुमारी दोघरा कस्तू्ररबा विद्यालय में आठवीं कक्षा में पढ़ी रहल छियाथ ओ कहलैनी की पिता के स्वर्गवास भेलाक बाद हमर मनोबल टूट गेल छल लेकिन इ अवसर हमरा नव आत्मविश्वास देलक।

मिथिलांचल स सीमांचल के दूरी आब सिमट गेल

कोसी वासि के सपना आई पूरा हुअ जा रहल अछि। आज स विकास के द्वार खोल देल जायत । मिथिलांचल स सीमांचल के दूरी आब सिमट गेल। ईस्ट-वेस्ट कारीडोर आ कोसी नदी पर बनल अहि महासेतु स जतय मिथिला के एकीकरण भ जायत त पूरा मिथिला आब पूर्वोत्तर राज्य स जुड़ जायत। आ इ सड़क सामरिक दृष्टिकोण स काफी महत्वपूर्ण साबित होयत।

100 साल पहिले दौड़त छल रेल

अंग्रेजों के जमाना में कोसी के बीच रेलखंड विकसित छल। एकर अस्तित्व 1911 तक कायम छल। आई के सरायगढ़ स्टेशन भपटियाही जंक्शन के रूप में अस्तित्व में छल। भपटियाही स गाड़ी निर्मली आ सुपौल के ओर चलैत छल। भपटियाही आ निर्मली के बीच रहरिया एक मात्र स्टेशन छल। 1934 में आयल भूकंप आ बाढ़ संपूर्ण रेलखंड के अपन चपेट में ल लेलक। कोसी के मुख्य धारा उम्हरे स बहैत छल। आ कोसी मिथिलांचल के भैगोलिक दृष्टिकोण स दू फांक में बांटी देलक।

कोसी के बीचोबीच गुजरैत छल लेटेरल रोड

दरभंगा-फारबिसगंज लेटेरल रोड सेहो एतय स गुजरैत छल। जे ओही समय राजमार्ग के नाम स जानल जैत छल। ललित बाबू जहैनी रेलमंत्री बनला त ओ अहि परियोजना के स्वीकृति दियेलैनी। लेकिन हुनक असामयिक निधन स इ कोसी वासि के लेल सपना भ गेल। लगभग 70 वर्ष के बाद 6 जून 2003 क तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा अहि महत्वाकांक्षी परियोजना के नींव राखल गेल। कोसी के लीला के कारण शुरुआती दिन में काफी कठिनाई के सामना करे पड़ल। मिथिलांचल के लेल इ सपना प्रतीत होयत छल।

'रोज डे' के संग प्रारंभ भ गेल प्रेम के प्रतीक वेलेन्टाइन वीक

'गुलाब ' हमेशा स 'प्रेम ' के प्रतीक रहल अछि। दिल स जुड़ल रिश्ता अछि गुलाब के। प्रेम के खुशबू के संग आई स 'रोज डे' के संग प्रारंभ भ गेल प्रेम के प्रतीक वेलेन्टाइन वीक। दोस्ती के इजहार के लेल पीला गुलाब आ इजहार-ए-इश्क के लेल लाल गुलाब भेंट केल जायत अछि। फूल के खुशबू स चौक-चौराहा खिल उठल। मिथिलांचल के शहर सब में सेहो इजहार ए मोहब्बत के अहि मौके पर तमाम गिफ्ट कार्नर मनमोहक उपहार स सज-धज क तैयार अछि । सुपर फास्ट, थ्रिल लविंग बिंदास पीढ़ी के लेल 'प्रेम' एकटा जुनून अछि। एतय हर उम्र आ हर टेस्ट के ग्राहक के लेल आकर्षक उपहार उपलब्ध अछि। वीक के यादगार बनवाई के लेल अखन के समय में लव ग्रीटिंग कार्ड, टेडी बियर, फ्रेंडशिप बैंड, आर्टीफिशियल ज्वेलरी, गुलदस्ता, चाकलेट के विशेष पैक, फ्लावर चाकलेट आदि उपलब्ध अछि। बाजार में 100 रुपया स ल क 1100 रुपया तक के उपहार मौजूद अछि। अहि के अलावा चीन निर्मित इलेक्ट्रानिक उत्पाद जे बटन दबबिते दिल के बात कही देत अछि बाजार में आकर्षण के केंद्र बनल अछि। दिल के लुभावइ वाले अहि तरह के खिलौने आ अन्य सामग्री के धूम सप्ताह भरि रहत।

Monday, February 6, 2012

प्राथमिक स्तर स मैथिली में शिक्षा देवे के व्यवस्था कायल जाय

दरभंगा, प्राथमिक स ल क माध्यमिक स्तर तक मैथिली भाषा के माध्यम स शिक्षा प्रदान करै, परीक्षा में सेहो मैथिली भाषा लागू करै समेत अन्य मांग के ल क सोमदिन अखिल भारतीय युवा मैथिल महासभा आयुक्त कार्यालय पर धरना देलैनी। मौका पर आयोजित सभा के अध्यक्षता करैत प्रो. उदय शंकर मिश्र कहला कि वर्ष 2004 में पटना उच्च न्यायालय मैथिली के पक्ष में न्यायादेश देने छला जकरा विरोध में तत्कालीन राबड़ी सरकार एकर खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील केने छल। मई 2011 में न्यायालय मैथिली के पक्ष में फैसला सुनने छल। नीतीश सरकार ओही फैसला के आलोक में किछ नहीं क रहल छिया जे चिंता के बात अछि। महासचिव डॉ. राजीव कुमार झा कहला कि मैथिली संविधान के आठवीं अनुसूची में अछि। आ हिन्दी आ उर्दू के अनुरूप मैथिली के सेहो राजभाषा के दर्जा भेटवाक चाहि। अखनी धरी न्यायालय के फैसला के आलोक में राज्य सरकार के मौन धारण हुनका मैथिली विरोधी साबित क रहल छैन। प्रदेश सरकार जल्द अहि पर अमल करैत एकरा लागू करैथ अन्यथा सरकार के मैथिली विरोधी करार देल जेतैनी आ गांव-गांव में जन जागरण अभियान चलाओल जायत। सभा के मैथिली पुत्र प्रदीप सम्बोधित करैत कहला की प्राथमिक स माध्यमिक स्तर तक मैथिली में शिक्षा देवे के व्यवस्था लागू कायल जाय।

जितवारपुर में मधुबनी पेंटिंग के एग्जीविशन सेंटर खुलत

जितवारपुर में 99 लाख के लागत स मधुबनी पेंटिंग के एग्जीविशन सेंटर खुलत। इ सेंटर 6 माह में बनी क तैयार भ जायत आ एतय पर्यटक के ठहरे के व्यवस्था सेहो कायल जायत। आ अहि सेंटर में हर तरह के सुविधा उपलब्ध रहत। सूबे के ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्र सोमदिन रहिका प्रखंड के जितवारपुर गांव स्थित भास्कर कुलकर्णी हस्तकला आश्रम में आर्ट गैलरी के शिलान्यास के बाद उपर्युक्त घोषणा केलैनी।

ग्रामीण आ मिथिला पेंटिंग कलाकार के संबोधित करैत श्री मिश्र कहला कि जितवारपुर गांव महान अछि जतय एक नहीं अनेक विभूतियों अपन कला के प्रदर्शित क विश्व भरी में प्रसिद्धि हासिल केला। ओ कहला कि अहि गांव के सर्वागीण विकास के हर संभव प्रयास कायल जायत। ओ कहला कि मधुबनी पेंटिंग स गहरा लगाव राखै वाला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सौराठ में पेंटिंग प्रशिक्षण केन्द्र खोलै के घोषणा क मिथिलांचल में विकास के नव द्वार खोललैथ हे। कलाकार अहि केन्द्र स नही सिर्फ प्रशिक्षण प्राप्त करता बल्कि हुनका रोजगार के अवसर सेहो देल जेतैनी। स्थानीय विधायक डा. फैयाज अहमद कहला कि जितवारपुर गांव मिथिलांचल के गौरव अछि। एतय विदेशी पर्यटक हमेशा आवैत रहैत छैथ। ओ मंत्री स जितवारपुर के कलाकार आ अहि विधा के बढ़वाई में योगदान के अपील केलखिन। मंत्री श्री मिश्र आ विधायक डा. अहमद के संस्था के सचिव विश्वंभर झा आ अध्यक्ष देवेन्द्र झा पाग, दोपटा आ मधुबनी पेंटिंग स सम्मानित केलखिन।

Sunday, February 5, 2012

मैथिली साहित्य अकादमी पुरस्कार से संशय हटल

मैथिली में वर्ष 2011 के लेल साहित्य अकादमी पुरस्कार के चयन आखिरकार भ गेल। हालांकि आधिकारिक तौर पर एकर घोषणा नहीं केल गेला। मुदा साहित्य अकादमी नई दिल्ली में मैथिली भाषा के संयोजक विद्यानाथ झा विदित के रविदिन एक संवाददाता स भेल बातचीत में श्री विदित कहला कि वर्ष 2011 के लेल मैथिली में मूल आ अनुवाद पुरस्कार अन्य भाषा के संगही देल जायत। अहि संबंध में ज्यूरी मेम्बर के बैठक भ चुकल अछि आ पुरस्कार के लेल कृति के चयन क लेल गेल। मुदा अकादमी के अध्यक्ष के बाहर भेला के कारण 13 फरवरी तक एकर आधिकारिक घोषणा तकनीकी कारण स नहीं केल जायत। बता दी कि ज्यूरी मेम्बर की बैठक नहीं भेला क वजह स वर्ष 2011 के लेल मैथिली में पुरस्कार के घोषणा पर अखनी तक संदेह में छल।

अकादमी सूत्र स भेटल जानकारी के मुताबिक उदय चन्द्र झा विनोद के काव्य संग्रह 'अपक्ष' के मूल पुरस्कार के लेल चुनल गेल अछि। कवि उदय चन्द्र झा विनोद मूल रूप स मधुबनी जिला के बिस्फी प्रखंड अन्तर्गत दुलहा गांव के निवासी छियाथ हुनक जन्म 5 अप्रैल 1945 क भेल छैन। वर्ष 2003 में एजी बिहार पटना कार्यालय में सीनियर आडिटर पद स सेवानिवृत्त श्री विनोद वर्ष 2008-09 में लनामिवि के वित्त पदाधिकारी सेहो रही चुकल छैथ। वर्ष 1967 में पहिल कविता के रचना करनिहार श्री विनोद जी के मैथिली में अखनी तक करीब दर्जन भर पुस्तक के प्रकाशित भ चुकल छैन। वर्ष 1971 में हिनक पहिल कविता संग्रह 'संक्रांति' प्रकाशित भेल छलैन। फिर 1972 में 'धूरी', 1978 में 'मौसम अयला पर (इसे मैथिली अकादमी का प्रोत्साहन पुरस्कार मिला था)', 1982 में 'एहना स्थिति में', 1985 में 'भरि देह गौरा', 1989 में 'एहि जनपद में', 1991 में 'दोहा 302', 1996 में 'कहलनि पत्नी', 1999 में 'शहर जमीन', 2001 में 'अपक्ष' काव्य संग्रह प्रकाशित भेलैनी। ओतय 1984 में हिनक मैथिली कहानी संग्रह 'जांत' व 1992 में नाटक 'उदास गाछक बसंत' सेहो प्रकाशित भ चुकल छैन।

काव्य संग्रह 'अपक्ष' में कुल 45 कविता अछि जाही में कवि आधुनिक जीवन शैली के राग-अनुराग, राजनीतिक कुव्यवस्था, ग्रामीण परिवेश आदि के काव्य जगत के कैनवास पर बखूबी उतारने छिया। अहि काव्य संग्रह के दीर्घ काव्य 'मृत्यु नहि जीवन' काफी चर्चा में रहल अछि। भ्रूण हत्या पर हिनक लिखल कविता 'अंतिम पत्र' सेहो काफी चर्चित रहल अछि।

साभार :- दैनिक जागरण

Friday, February 3, 2012

१ मार्च स बिहार में होयत अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता

राजधानी पटना में आगामी एक मार्च स अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता के आयोजन भ रहल अछि अहि प्रतियोगिता में 16 देश के टीम भाग लेत।

शिक्षा विभाग के प्रधानसचिव अंजनी कुमार सिंह कहलैनी कि पटना में आगामी एक मार्च स शुरू होई वला अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी प्रतियोगिता में 16 देश के टीम भाग लेत।

ओ कहलैनी कि पांच मार्च तक चलै वला अहि प्रतियोगिता में नेपाल, अमेरिका, कनाडा, मेक्सिको, मलेशिया, चीन के ताईपेई, दक्षिण कोरिया, जापान, ईरान, तुर्केमिनिस्तान, बंगलादेश, इंडोनेशिया, थाईलैंड, श्रीलंका इटली आ भारत के टीमें भाग ल रहल अछि।

सिंह कहलैनी कि पटना के कंकडबाग स्थित खेल परिसर में आयोजित अहि प्रतियोगिता के उद्घाटन आगामी एक मार्च क मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करता।


Thursday, February 2, 2012

जयनगर, दर्जनों भूमिहीन परिवार के सामने विस्थापित के स्थिति

जयनगर स बर्दीबांस (नेपाल) बड़ी रेल लाइन निर्माण के कारण जयनगर नेपाली रेलवे स्टेशन आ नेपाली रेलवे के जमीन में बसल दर्जनों भूमिहीन परिवार के सामने विस्थापित के स्थिति आवी गेल अछि। जाही कारण निबंधन कार्यालय स आनंदपुर आ यूनियन टोला के नेपाली रेलवे भूभाग पर बसल दर्जनों परिवार के बीच त्राहिमाम के स्थिति अछि। बेघर अहि भूमिहीन परिवार के समक्ष अपन परिवार के अपन एकटा छत उपलब्ध केनाई मुश्किल भ गेल छैन। लगभग 90 परिवार एहेन छैथ जिनका सामने विकट परिस्थिति आवी गेल छैन। इ सब अपर समाहर्ता आ अनुमंडल पदाधिकारी अपन समस्या स अवगत करेलखिन हे आ ज़मीन उपलब्ध करावाई के मांग सेहो केला हे। लगभग 70 वर्ष स निबंधन कार्यालय स नेपाली रेलवे गुमटी जाई वाला सड़क के दुनु कात बसल इ परिवार गरीबी आ महंगाई के कारण अखनी तक नहीं त हिनक पूर्वज आ नहीं येह सब जमीन खरीद सकला। नेपाली रेल पदाधिकारि के द्वारा जमीन के खाली करे के लेल मौखिक आदेश देल जा चुकल अछि। किछ घर के हटायल जा चुकल अछि। इ सब जिला प्रशासन अविलंब बसावइ के मांग केला हे।

साभार :- दैनिक जागरण

Wednesday, February 1, 2012

कोशी पुत्र ललित नारायण मिश्र के जन्म पर विशेष

कोशी पुत्र ललित नारायण मिश्र के जन्म जनवरी १९२३ क बिहार के सहरसा जिला के बसुपट्टी गाँव में भेल छलैन. श्री मिश्र अपन छात्र जीवन स राजनीती में प्रवेश केलैनी. ओ 1941 में बिहारप्रांतीय छात्र कांग्रेस के आयोजन केलैनी आ 1945-48 में ओ सचिव चुनल गेला. ओ १९४५ -१९४८ में पटनाविश्वविद्यालय स अर्थशास्त्र में एमए केलैनी. राष्ट्रीय कद के नेता के रूप में हुनक पहचान १९५० में बनलैनी जखन ओ अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के एक सदस्य बनला. सर्वसम्मति 1972 में कांग्रेस कार्य समिति के एक सदस्य के रूप में निर्वाचित कायल गेला. सरकार में विभिन्न उच्च पद पर कार्यरत रहला. संसदीय सचिव, योजना, श्रम रोजगार (1957-1960) मंत्रालय आदि में कार्यरत रहला. १९७३ में रेल मंत्री नियुक्त कायल गेला. २ जनवरी १९७५ समस्तीपुर में एक बम हमला में ओ घायल भ गेला आ ३ जनवरी १९७५ मिथिलाक इ महान विभूति अहि मैट में समा गेला.