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Saturday, July 19, 2008

सावन कॆ अगर प्रॆमक मौसम कहियौ त बॆजा नहि

सावन आबि गॆल आऒर ननॆ आयल अपना संगॆ पावनि तिहार! ऒना मिथिला मॆ सब दिन पावनि हॊईत अछि मुदा सावन कॆ पंचमी स ल क दॆवउठौन एकादशी तक लगातार पावनि रहैत अछि! मिथिला कॆ सभ्यता आ संस्क्रति स जुरल अछि सावन! पंचमी, मधुश्रावणी, राखी, झुलन, सॊमवारि आदि अनॆक पावनि अहि महिना मॆ मनायल जाति अछि! पुरा सावन पावनी!सावन कॆ पहिल सॊमवारि कालि अछि गांव शहर कॆ मंदिर भीङ स भङल रहत! क्यॊ बाबाधाम, त क्यॊ कपलॆश्‍वर,विदॆश्‍वर आदि अनॆक शिव मंदिर त क्यॊ घर मॆ भॊला बाबा कॆ पुजता! सावन कॆ उत्साह त गाम मॆ दॆखवा जॊकर हॊईत अछि ऒहॊ मॆ सॊम दिन कॆ त किछु ऒरॆ उत्साह रहैत छै! सॊम दिनक पुरा गाम आ शहर भक्तिमय रहैत अछि! लाडिस्पीकर सबमॆ शिव कॆ भजन बजैत रहैत अछि! सावन मॆ मुख्यत: सब कम्पनी सब भाषा मॆ भॊला बाबा कॆ कैसॆट जरुर निकालति अछि!
हम जहैन गांव मॆ रहि त सॊम दिन क एकादश रुद्र जरुर जाइ छलऊ! सावन कॆ सॊम कॆ सांझ मॆ ऒतय बहुत भीङ रहैत अछि!बङ मुशकिल स दर्शन हॊईत छल! तॆसर साल सावन कॆ एकटा सॊम मॆ हमहु कपलॆश्‍वर गॆलऊ, घर स भॊरहि 5 बचॆ बिदा भॆलऊ 6 बचॆ हम कपलॆश्‍वर पहुच गॆल रहि छ: बजॆ भॊर मॆ ऒतय लगभग 25 हजार आदमि पैर तक रखै कॆ जगह नहि हमरा साहस नहि भॆल अंदर जा क पुजा करै कॆ हम पॊखरि भीङ स जल ढाङि क आबि गॆलऊ!

सावन प्रॆम कॆ सौगात अपना स‍ंगॆ अनैत अछि! भक्त आ भगवान कॆ बीचक प्रॆम सॊमवारि कॆ रुपमॆ मनाऒल जाति अछि, मधुश्रावणी‍‍,पंचमी पति पत्नी कॆ प्रॆम कॆ दर्शाबैत अछि, र‌क्षाबंधन भाई बहिन कॆ प्रॆम कॆ सौगात ल क आबैत अछि, प्रॆमी प्रॆमिका लॆल त तीसॊदिन इ मौसम रहैत अछि! सावन कॆ अगर प्रॆमक मौसम कहियौ त बॆजा नहि!

1 comment:

Santosh Pidhauli said...

santosh kumarjha
santoshkumarjha1986@gmail.com
"सावन कॆ अगर प्रॆमक मौसम कहियौ त बॆजा नहि"