बिहार लग संस्कृति कॆ अथाह पूंजी अछि जकरा ब्रांड के रूप में विकसित कायल जायत। आई जखनि दुनिया कॆ नजर बिहार पर टिकल अछि सरकार द्वारा संस्कृति के पुरातत्व, खेल, कला आ संगीत कॆ अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप प्रदान करै कॆ कवायद कायल जा रहल अछि।
विधान परिषद में मंगलदिन कला संस्कृति आ युवा कार्य विभाग के बजट पर वाद-विवाद के बाद विभागीय मंत्री सुखदा पांडेय कहलनि कि शताब्दी वर्ष के मौका पर शताब्दी लोक गाथा उत्सव कॆ आयोजन कायल जायत। अहि कॆ जरिये सूदूर पंचायतों में लोक संस्कृति कॆ अलख जगावै वला दलित वर्ग के गुमनाम कलाकार कॆ विकास स जोड़ल जायत। पूरा देश के साथ सांस्कृतिक सेतु विकसित करई के लॆल अन्य राज्य के कलाकार कॆ सॆहॊ बुलायल गॆल अछि आ एतय कॆ संस्कृति कॆ संदेश ल क इलाहाबाद आ मंगलौर में उत्सव आयोजित कायल गॆल। प्रेमचन्द रंगशाला कॆ जीर्णोद्धार क ऒकरा पूर्ण सांस्कृतिक केंद्र के तौर पर विकसित क ऒतय खाली जमीन पर कलाग्राम बनत।
श्रीमती पांडेय ने कहलनि कि शताब्दी वर्ष में कंकड़बाग में इंडोर आ आउटडोर स्टेडियम कॆ निर्माण क ऒतय विश्व महिला कबड्डी प्रतियोगिता कॆ आयोजन कायल गॆल। आ अहि माह ऒतय राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता कॆ आयोजन सॆहॊ कायल जायत। ऒ कहलैथ कि सूबे में चरणबद्ध तरीका स 182 स्टेडियम बनत जाहिमॆ सब जिला सहित 152 टा प्रखंड आच्छादित अछि।
मंत्री अहि मौका पर घोषणा कॆलनि कि पटना में अंतर्राष्ट्रीय स्तर कॆ संग्रहालय बनत, मार्च 2015 तक एकरा पूरा करई कॆ लक्ष्य निर्धारित अछि। राजधानी के बुद्ध पार्क परिसर में बुद्ध के जीवन-वृत आ हुनक सिद्धांत स संबंधित संग्रहालय विकसित कायल जायत। वैशाली उत्खनन स प्राप्त बुद्ध के अस्थि कलश के लॆल वैशाली में संग्रहालय भवन बनत। शताब्दी वर्ष पर जेम्स आफ बिहार कॆ प्रकाशन होयत जाहिमॆ 100 वर्ष के इतिहास में सक्रिय 100 सांस्कृतिक विभूति के व्यक्तित्व व कृतित्व कॆ चर्चा रहत। पुरातात्विक एटलस कॆ निर्माण कायल जा रहल अछि जाहिमॆ पुरातात्विक विरासत कॆ रेखांकित कायल जायत।
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