Wednesday, December 28, 2011
बिहार के बेटी त्रिनिदाद एंड टोबैगो के पहिल महिला प्रधानमंत्री
26 मई, 2010 क त्रिनिदाद एंड टोबैगो के पहिल महिला प्रधानमंत्री बन्लैथ। अहि के बाद बाद ओ अपन पूर्वज द्वारा संजोक राखल स्टीमर के टिकट के आधार पर पुश्तैनी गांव के पता लगावाई के लेल शोध करेलैथ। हुनक पूर्वज के ओ टिकट वर्ष 1889 में असम के कोनो तट स जरी कायल गेल छल। ओतय स कमला के पूर्वज काम करे के लेल ब्रिटिश हुकूमत द्वारा कैरेबियाई द्वीप समूह भेजल गेल छाला। छानबीन भेल त कड़ी भेलूपुर गांव से जुरल भेटल । शोध के मुताबिक गांव में स्वर्गीय भवानी स्वरूप पंडित के दू टा पुत्र रामजतन पंडित व रामलखन पंडित छलैन। रामलखन के परिवार अविभाजित बंगाल के असम में जा क बैस गेल छलैथ। ओतय स रामलखन के परिवार परदेस चली गेला। कमला रामलखन के वंशज छियाथ। वंश स जुड़ल एक महिला के प्रधानमंत्री बने के खबर स पूरा गांव खुद के गौरवान्वित महसूस क रहल अछि। कमला जयपुर में 5 स 11 जनवरी तक चलै वाला एक राजकीय कार्यक्रम में भाग लई लेल भारत आवी रहल छैथ ।अहि दौरान हुनक गाव दौरा के कार्यक्रम भ सकैत छैन ।
साभार:- दैनिक जागरण
Saturday, December 24, 2011
बिहार शताब्दी वर्षक लोगो जारी
इ बिहार के 100 वर्ष पूरा भॆला पर जारी कायल गॆला. श्री शाही कहलनि कि पीपल कॆ हरियर पात हरियाली कॆ प्रतीक अछि आ इ गौतम बुद्ध स सॆहॊ जुड़ल अछि. लोगो में ‘हमारा बिहार’ लिखल अछि.
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह कहलनि कि इ लोगो सरकारी स्टेशनरी में शामिल रहत...
खुब पढि रहल छियाईथ बॆटी मुदा घटि रहल अछि आबदी
दॊसर दिश,एक सकारात्मक तसवीर उभरी क सामनॆ आयल बिहार में महिला खूब पढ़-लिख रहल अछि. एक दशक में महिला साक्षरता के क्षेत्र में 20.11 फ़ीसदी कॆ छलांग लगॆलक अछि. जनगणना, 2011 के औपबंधिक आंकङा इ दर्शा रहल अछि कि हमर समाज बेटि के प्रति संवेदनशील नहीं भॆला.
ग्रामीण क्षेत्र कॆ तुलना में शहर में बेटि कॆ आबादी में चिंताजनक गिरावट भॆला. शहरों में संस्थागत प्रसव, प्रसव पूर्व देखभाल आ मेडिकल उपकरण कॆ सुविधा के बावजूद ऐहॆन स्थिति अछि. महिलाओं में साक्षरता कॆ दर 33.12 फीसदी (2001) स बढि क 53.33 फीसदी (2011) मॆ भ गॆल.
शहर के मुकाबला ग्रामीण क्षेत्र में महिला साक्षरता दर में ज्यादा वृद्धि भॆल अछि. एकर सीधा अर्थ अछि कि सुविधा भॆटई के बाद गांव की बेटि खूब पढ़-लिख रहल अछि. महिला साक्षरता दर में लंबा छलांग के लॆल राष्ट्रपति बिहार सरकार कॆ सितंबर माह में सम्मानित सॆहॊ कॆलनि. बिहार देश भर में महिला व पुरुष साक्षरता दर में अंतर कॆ कम करै में उल्लेखनीय सफलता दर्ज कॆलक अछि.
Thursday, December 22, 2011
पटना मैराथन में समूचा बिहार विकास के नव दौर में दौरत
वाचस्पति स्मारक बिहार के सांस्कृतिक तीर्थ बनत
आब मिथिला पेंटिंग में डिप्लोमा व डिग्री कोर्स
विधान परिषद के सभापति ताराकांत झा के कक्ष में सोमदिन कला,संस्कृति व खेल मंत्री सुखदा पाण्डेय व पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू के संग भेल बैठक में योजना के स्वीकृति प्रदान कायल गेल। सभापति कहलैनी कि संस्थान में मिथिला पेंटिंग के प्रशिक्षण देल जायत। संस्थान में 50 प्रतिशत सीट महिला के लेल आरक्षित रहत। परिसर में निदेशक स ल क शिक्षक सबहक लेल आवास आ छात्र -छात्रा के लेल छात्रावास के निर्माण होयत । संस्थान के लेल शिक्षक के नियुक्ति होयत। भवन निर्माण के लेल विशेष परियोजना प्रतिवेदन तैयार कायल जायत।
श्री ताराकांत झा कहलैनी की डिप्लोमा व डिग्रीधारि के रोजगार के कमी नहीं होयत। सभापति संस्थान के बेहतर बनाबा के लेल जापान स पत्राचार सेहो केले हां।
पटना में मेट्रो रेलक ग्लोबल टेंडर शीघ्र
केन्द्र सरकार भले पटनावासि के मेट्रो या मोनो रेल की सेवा मुहैया करावा स कतरा रहल हुआ मुदा राज्य सरकार मेट्रो रेल के प्रयास तेज क देलक अछि। मेट्रो के स्थल निरीक्षण क लेल बहुत जल्द ग्लोबल टेंडर निकलत।
नगर विकास आ आवास विभाग के प्रधान सचिव शशिशेखर शर्मा एतय तक कहलें की -अगिला दू -तीन दिन में स्थल निरीक्षण के लेल ग्लोबल टेंडर निकाला जायत।अहि के लेल विभागीय स्तर पर सारा तैयारि पूरा भ चुकल अछि। मेट्रो या मोनो रेल स जुरल सवाल पर ओ कहलें कि तकनीकी विशेषज्ञ और टेक्नोलाजी के जरिये स्थलक निरीक्षण भेला क बाद इ तय होयत कि राजधानी में मेट्रो रेल सुगमता स चल सकैत अछि या मोनो रेल? इ विशेषज्ञ बातेता कि इ रेल राजधानी में कतय कतय स भ का गुजरत? ओ कहलें कि मेट्रो रेल संबंधी स्थल निरीक्षण पर 5-6 करोड़ रुपया के व्यय हुवा के अनुमान अछि।
एक सवाल के जवाब में ओ कहलें कि राज्य में बहुमंजिला इमारत के निर्माण के मद्देनजर नगर विकास आ आवास विभाग 'बिल्डिंग बायलाज' के अंतिम रूप देवा में जुटल अछि। अपार्टमेंट एक्ट पहिले बनी चुकल अछि।
Monday, December 12, 2011
अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन गुवाहाटी में
Friday, December 9, 2011
आइटी सेक्टर क लेल जमीन चिह्नित, लोक आबथु
मुख्यमंत्री कहला कि सरकारक बेहतर परफारमेंसक लेल इ-गवर्नेस जरूरी अछि। प्रदेश में कानून-व्यवस्था के स्थिति बढ़िया अछि, निवेशक मन बनायें सरकार हुनका हर सुविधा दै क लेल तैयार अछि।
श्री कुमार ने कहला कि 2005 में जहन हुनक सरकार बनल छल, ओही समय मुख्यमंत्री सचिवालय में रेमिंग्टन के एक पुराना टाइपराइटर छल। मगर दू साल में एतेक प्रगति भेल कि इ-गवर्नेस में सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि के लेल भारत सरकार बिहार को पुरस्कृत केलक। कार्यक्रम क अध्यक्षता विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री शाहिद अली खां केला।
इ-गवर्नेस के क्षेत्र में नव उपलब्धिय के रेखांकित करैत मुख्यमंत्री कहला कि सूचना के अधिकार के संदर्भ में हम देश में पहिल बेर सूचना प्रौद्योगिक के इस्तेमाल केलौ अछि। मुख्यमंत्री सचिवालय में जानकारी केंद्र पर एक लाख शिकायतें फोन पर दर्ज भेल। वित्त विभाग क अधीन कोषागार कंप्यूटरीकृत भ चुकल अछि आ ओतय स तमाम जानकारी आनलाइन प्राप्त कायल जा सकैत अछि।
सेवा के अधिकार एक्ट के संदर्भ में मुख्यमंत्री कहला कि 50 लाख स बेसी लोगों अखन तक अहि के लाभ उठा चुकल छैथ।अहिमे 32 लाख मामला जाति प्रमाण पत्र,आय प्रमाण पत्र व आवासीय प्रमाण पत्र स संबंधित अछि। 1 दिसंबर स आनलाइन आवेदन के व्यवस्था सेहो कैल गेल अछि।
शीघ्र होयत उच्चैठ शक्ति पीठक विकास
बिहार विधानसभा में गुरुवार को गैर सरकारी संकल्प के दौरान विधायक विनोद नारायण झा ने महाकवि कालीदास जन्म स्थान उच्चैठ डीह को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने की मांग की है। विधायक ने कहा है कि उच्चैठ में कालीदास के नाम खतियान व जमाबंदी भी है। परन्तु कालीदास का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन में माना जाता है जो गलत है। बिहार सरकार के पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिन्टू ने विधायक श्री झा के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि डीडीसी मधुबनी से प्रतिवेदन मांगा जा रहा है। उसके बाद चरणबद्ध तरीके से पर्यटकीय दृष्टकोण से विकसित किया जाएगा। श्री झा के द्वारा विधानसभा में कालीदास की जन्मस्थल उच्चैठ का मामला उठाए जाने से यहां के प्रबुद्ध नागरिकों में हर्ष व्याप्त है।
Wednesday, December 7, 2011
राष्ट्रीय साहित्य सेमीनार मे भाग लेती सहरसा के स्वाती
Saturday, December 3, 2011
मिथिला पेंटिंग वाला मधुबनी बनल आतंक क़े मोड्यूल
वर्षो पहिने कोनो निर्दोष व्यक्ति क़े हत्या क़े सजा मिथिला क़े कतेको गाम एखनो पावि रहल अछि .फला गाम क' नाम बुढ पुरान एखनो भोरे भोर नहि लैत छैथ .मिथिला में बनैया ,भुतही ,खुर्लुची सनक अनेको गामक उपनाम भेट जायत .लेकिन ओही अहिंसक मिथिला क़े मधुबनी जिला आई आतंक आ हिंसक अपराध क़े कारणे मधुबनी मोड्यूल क़े नाम सं जानल जायत अछि .पिछला पांच वर्ष में देश में भेल लगभग तमाम आतंकवादी घटना क़े तार मधुबनी सं जुडल अछि . अहि जिला क़े दर्जनों अपराधी इंडियन मुजाहिद्दीन आ लश्करे तोइबा सं संबध रखबाक कारणे पुलिस हिरासत में छैथ .मधुबनी पेंटिंग क़े नाम सं मशहूर ई जिला, मिथिलाक सरलता,विद्वता आ सांस्कृतिक विरासत क़े कारने सुविख्यात छळ .लेकिन अचानक आतंकवादी मोड्यूल क़े नाम सं किएक कुख्यात भेल ई पैघ सवाल अछि .लेकिन विचारनीय प्रश्न ई जरूर अछि जे मिथिला में हिंसक प्रवृति अपन जगह बना रहल अछि .
राजधानी दिल्ली स्थित जामा मस्जिद हमला आ पुणे स्थित जर्मन बेकरी बम धमाका मामला में सकरी ,गनवैर क़े गयूर अहमद आ शोइब क़े गिरफ़्तारी इंडियन मुजाहिदीन क़े तार मधुबनी सं जोड़ी देलक अछि .२००६ सं भारत में भेल दर्जनों आतंकवादी हमला में सीधे मधुबनी मोड्यूल क़े हाथ मानल जायत अछि .२००६ में मुंबई पुलिस बासोपट्टी निवासी मोहम्मद कमाल अंसारी क' गिरफ़्तारी मुंबई सिरिअल ब्लास्ट क़े आरोप में भेल छळ .२००७ में रामपुर सी आर पी ऍफ़ कैंप पर हमला क़े आरोप में सकरी ,गनवैर निवासी मोहम्मद साबुद्दीन क़े गिरफ्तारी सामने आयल .२००८ में यु पी पुलिस जयनगर निवासी पप्पू खान क़े दिल्ली सीरियल बोम्ब ब्लास्ट क़े आरोप में गिरफ्तार केने छळ .२००९ में बासोपट्टी क़े एक शिक्षक ओमर मदनी क़े दिल्ली पुलिस लश्करे तोइबा क़े ओवर ग्रौंड सदस्य क़े आरोप में केने छळ .जाहिर अछि ई तमाम गिरफ़्तारी पुलिस भारी छान -बीन आ मजबूत ख़ुफ़िया आधार पर केने छळ .ई गिरफ़्तारी आतंकवाद सं एक खास वर्ग क़े लगाव सं नहि जोड़ल जा सकैत अछि .अपितु भारत -नेपाल क़े बीच अनियंत्रित बोर्डर आ भ्रष्ट प्रशासन गरीब आ पिछडल लोक क़े रातो रात अकूत सम्पति बनेबाक फ़ॉर्मूला पेश कय रहल अछि .नेपाल में सक्रिय आई एस आई क़े एजेंट टका पैसा क़े प्रलोभन दय मधुबनी क़े ब्रीडिंग ग्रौंड बना रहल अछि .
बिहार -नेपाल क' ६२५ कि मी क़े खुल्ला बोर्डर राति हो या दिन बगैर कोनो बाधा क़े सबके लेल सुलभ अछि .जाहिमे जयनगर (मधुबनी )सं रक्सौल क़े बीच १२६ कि मी दुरी आई एस आई क़े गतिविधि क़े केंद्र बनल अछि .४१.६ ४ लाख आवादी वाला मधुबनी जिला जनसंख्या क़े लिहाज सं बिहारक तेसर पैघ जिला मानल जायत अछि .जतय लगभग ८ लाख लोक गरीबी रेखा सं नीचा गुजर करैत छैथ . ९४ प्रतिशत लोक एखनो गाम में कृषि रोजगार पर आश्रित छैथ .यानी गरीबी क़े मामला अब्बल अहि बोर्डर जिला में आई एस डी कॉल क़े भारी तादाद ख़ुफ़िया महकमा क़े चौका देने अछि .साप्रदायिक सद्भावना मिथिला क़े अहि बोर्डर इलाका सदियों सं बरक़रार अछि .खेती बाड़ी सं जुडल लोकक बीच सामाजिक सरोकार कोनो क्षेत्र सं बेसी अछि .अभाव आ विपन्नता क़े बीच हसी मज़ाक अहि ठामक पूंजी अछि .लेकिन गाम सं भेल पलायन आ नेपाल में आई एस आई क़े बढल सरगर्मी शांत प्रिय मधुबनी यानी मधु क़े वन में जहर घोली रहल अछि .(Sabhar: mithilalok.com
बीपीएससी पीटी परीक्षाफल पर फैसला सुरक्षित
कोर्ट आयोग स अहि समस्याक समाधान पूछने रहे। अगर आयोगक सुझाव मान लेल गेल त संभव अछी अहि पांच हजार और परीक्षार्थी सफल मानी लेल जायत। दरअसल, आयोग कट आफ मार्क्स घटाबा पर तैयार भ गेल अछी। आयोग 141 अंक पर पुनर्मूल्यांकन करेक लेल तैयार अछी। अगर ऐना भ जाई त 915 सफल परीक्षार्थी त रहिये जायत , हिनक संख्या में और पांच हजार इजाफा भ जायत। ध्यान रहे कि 150 अंकों के परीक्षा में 8 प्रश्न गलत छल। 142 अंकों पर मूल्यांकन भेल छल। कोर्ट आयोग स दोबारा परीक्षा लेबा लेल कहने छल। फेर मूल्यांकनक मसला पर कमेटी बनल।
बहरहाल, काली न्यायाधीश अजय कुमार त्रिपाठी के बेंच सुनवाई करैत कहला कि दुनु पक्षक बहस के ध्यान में राखी क आदेश पारित कैल जायत। याचिकाकर्ता मनोज कुमार के ओर स बहस करैत अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा दलील देला कि आयोग 53वीं स 55वीं पीटी परीक्षा एक साथ करा लेलक, लेकिन रिजल्ट देबा में भारी अनियमितता बरतल गेल। जाही कारण हजारों परीक्षार्थि के भविष्य चौपट भ गेल आ इ यह छात्रक जिन्दगी स खिलवाड़ केनाइ भेल । उक्त परीक्षा में अनेक एहेन प्रश्न पूछल गेल जकर उत्तर च्वाइस में नहीं देल गेल छल।
उक्त परीक्षाक लेल 13 जनवरी 2011 क विज्ञापन निकलल गेल छल। परीक्षाफल में 14 हजार परीक्षार्थि के सफल घोषित कैल गेल छल। परीक्षाफल के रद करेक मांग के ल क दायर याचिका में 54 परीक्षार्थी शामिल छल।
Friday, December 2, 2011
भीख नहि अधिकार चाही हमरा मिथिला राज्य चाही
Thursday, December 1, 2011
मुजफ्फ़रपुर :12 दिसंबर स पारले बिस्कुटक उत्पादन शुरू भ जायत
मुजफ्फ़रपुर : बियाडा में 36 करोड़ के लागत स पारले जी बिस्कुट क प्लांट बनि क तैयार अछी. सब किछ ठीकठाक रहल त प्लांट में 12 दिसंबर स बिस्कुटक उत्पादन शुरू भ जायत. अहि प्लांट स लगभग पांच सौ लोग के रोजगार भेटी के उम्मीद अछी.
प्लांट के डायरेक्टर संजीव ठाकुर कहलैनी कि लावानिया फिनबिस्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम स बियाडा 20 अक्तूबर 2010 क 5.5 एकड़ जमीन के आवंटन केने छल. 16 नवंबर 2010 स प्लांट बनाबाई के कार्य शुरू भ गेल छल.
श्री ठाकुर कहलैनी कि लावानिया फिनविस्ट प्राइवेट लिमिटेड कंट्रैक्ट मैनुफेक्चरिंग (सीएम) यूनिट क रूप में काज करत . ओ कहलैनी कि कंपनी के उद्देश्य अछि 12 दिसंबर स बिस्कुटक उत्पादन शुरू क देल जाय.
संजीव ठाकुर कहलैनी कि पहिले पारले जी बिस्कुट गोरखपुर, बनारस व कानपुर में बनैत छल. आ ओतहि स नॉर्थ बिहार में आपूर्ति कायल जैत छल, लेकिन आब मुजफ्फरपुर स पारले जी बिस्कुटक निर्यात नॉर्थ बिहार में होयत.
दो हजार टन उत्पादन
पहिल चरण में एक लाइन चालू कायल जायत. जाहिमे महीना के दो हजार टन बिस्कुटक उत्पादन होयत. अहि के बाद दू लाइन और चालू कैल जायत.ओ कहलैनी कि अगर तिनु लाइन चालू भ जायत त अहि प्लांट स पांच हजार टन बिस्कुटक उत्पादन होयत.
श्री ठाकुर कहलैनी कि अहि ठाम स नेपाल तक सप्लाइ कैल जायत. जरूरत परला पर कोलकाता कोलकता सेहो भेजल जायत.
Sunday, November 27, 2011
लोक छटाक रंग मे रंगल सहरसा
मजबुत अछि मिथिलाक इतिहास :-ताराकान्त झा
मिथिलाक इतिहास काफी मजबूत अछि आ दुनीयाक कोनो ताकत एकरा भारतीय साहित्य के इतिहास स अलग नही क सकैत अछि उक्त बात दरभंगा मे शनिदिन डा. नागेन्द्र झा स्टेडियम मे पर्यटन विभाग आ स्थानीय प्रशासन के तरफ स आयोजित दु दिवसीय मिथिला लोक उत्सव मे बतौर मुख्य अतिथि विधान पार्षद अध्यक्ष प. ताराकान्त झा कहलैन। ओ इहो कहलैन जे मिथिलाक संस्क्रति एक अपन एकटा अलग पहचान अछि आ एतय के लोक एकरा पहचानैत एकर रक्षा करु।
Saturday, November 26, 2011
मैथली भाषा अनुवाद पर पांच दिवसीय कार्यशाला आयोजित
Friday, November 25, 2011
झंझारपुर के सांसद के सदस्यता रद्द
मधुबनी मे हिजबुल मुजाहिदीन के दु आतंकवादी गिरफ्तार
Thursday, November 24, 2011
26 आ 27 दरभंगा मे रहत मिथिला उत्सव के धुम
दरभंगा मे शुरु भेल नगर बस सेवा
30 सालक लंबा इंतजारक बाद दरभंगा के लोग एकवेर फेर नगर बस सेवा के लाभ उठेता।सुबे के परिवहन मंत्री व्रषण पटेल आई दरभंगा मे हरि झंडा देखा क नगर बस सेवा प्रारंभ केलनि। अहि मौका पर विधान पार्षद विनोद चौधरी, विधायक संजय सरावगी आदि उपस्थित छला। दरभंगा स सकरी, बहेरी, सिमरी आ दरभंगा शहर तक इ सेवा रहत। किराया आँटो के किराया स कम रहत। शुरुवात मे हाथ देखा क बस रोकि सकैत छी मुदा जल्द विभिन्न जगह स्टाँप बनत।
Monday, November 21, 2011
मिथिला राज्यक कोनो औचित्य नहीः नितीश कुमार
मिथिलांचल के विना बिहारक पहचान अधुरा
Sunday, November 20, 2011
अलग मिथिला राज्यक मांग के लेल संघर्ष तेज
Saturday, November 19, 2011
मिथिला क रामलीला मे लोक संस्क्रतिक रंग
मैथिली लोक कला मे किर्तनिया नाच के अपन एकटा अलग इतिहास अछि। ई शैली म्रत प्राय भ गेल छल मुदा मिथिलांचल के विभिन्न महापुरुष मोदलता, स्नेहलता, प्रेमलता, कनकलता,सीताराम शरण आदि श्री राम विवाह के माध्यम स अहि शैली के पुनर्जीवित रखलनि।अहि क्रम मे श्री सीताराम विवाह मंडली (मधुबनी) के स्थापना भेल जकर ख्याती पुरा भारत आ नेपाल मे अछि। बुद्ध दिन पटना के भारतीय न्रत्य कला मंदिर मे ई मंडली रामलीला के लाजवाब मंचन केलक। अहि मे मिथिला के लोक संस्क्रति के पुरा झलक देखई लेल भेटल।
Friday, November 18, 2011
मिथिला राज्य के मांग आवश्यक
पांडुलिपी चोरी के सीबीआई जाँच के मांग
Thursday, November 17, 2011
असुरक्षित अछि मधुबनी के हवाईअड्डा
चुनाव आ आपदा के समय मे अहि ठाम लगातार हवाईजहाज,सैनिक विमान आ हेलीकाँप्टर अवैत रहैत अछि। ओना आन दिन प्रसाशन एकर कोनो सुधि नही लैत अछि त अहि ठाम कोनो केयर टेकर सेहो नही नियुक्त कायल गेल अछि।
Wednesday, November 16, 2011
वीरान अछि मधुबनी के सरकारी बस अड्डा
B.S.R.T.C पिछला किछ साल स बिहार के हर क्षेत्र स नव नव वोल्वो बस चलेलक अछि मुदा मधुबनी के अखनो इंतजार छै।
Tuesday, November 15, 2011
दरभंगा मे गुंजल उस्ताद कमल साबरी के सारंगी
दरभंगा के रामबाग किला स्थित महरानी आनंद किशोरी के महल मे जमाना बाद आई सारंगी के गुंज गुंज उठल। मौका छल स्पाइश मशी के द्वारा आयोजित कार्यक्रम अहि कार्यक्रम के उद्देश्य स्कुली बच्चा मे शास्त्रीय संगीत के प्रति रुचि बढेनाइ छल। भारत के सुप्रसिद्ध सारंगी वादक उस्ताद कमल साबरी व हुनक सहयोगी के द्वारा मिथिला मे पहिल बेर प्रस्तुत कार्यक्रम के श्रोता मंत्र मुग्ध भ क आनंद उठेला।
साभार :-शशि मोहन
18 तारिख क रिलीज होयत " मुखिया जी "
सजना के आंगन मे सोलह श्रंगार के सफल प्रदर्शन के बाद निर्माण मोशन पिक्चर्श के बैनर तले बनल मैथिली फिल्म " मुखिया जी " प्रदर्शित लेल तैयार अछि। निर्माता रुपेश मिश्रा आ विकास झा के प्रभावशाली संवाद आ निर्देशन मे बनल अहि फिल्म के सेंसर वोर्ड युनिवर्सल सर्टिफिकेट आ समाजिक फिल्म के दर्जा देलक अछि।समाज मे व्याप्त कुरिति, घुसखोङी आदि के अहि फिल्म मे व्यंगात्मक रुप मे चित्रण कायल गेल अछि।
18 तारिख क फिल्म शिवम(जयनगर) आ शंकर(सकरी) मे एक संग रिलीज होयत आ तकर अगिला सप्ताह ओर ठाम प्रदर्शित होयत। 18 तारिख क जयनगर मे 11 बजे स 2 बजे फिल्म के प्रिमियम शो मे दर्शक संग विशिष्ट पाहुन रहता।
" नव पल्लव " एकदिवसीय ट्रेनिंग के आयोजन केलक
" नव पल्लव " Inspiring talent Motivation Success. प्रवासी मैथिल के Skill devlopment के लेल काज क रहल इ संस्था बीतल रवि दिन दिल्ली के तिलक नगर मे एकदिवसीय Basic Communication skill devlopment Programe के आयोजन केलक। जाहि मे नलिन झा(मैनेजमेंट शिक्षक), संतोष झा(हाँर्वड विश्वविद्यालय) छात्र सब के स्कील कोना बढायल जाय तकर टिप्स देलखिन। अहि मौका पर संजय झा(रेलवे), दिलीप पाठक(G.M सौभाग्य मिथिला), गोपाल जी गोपाल(जे एन यु), भवन ठाकुर, अमरकान्त झा, क्रष्णा कुमार आदि उपस्थित छला। संस्था के लक्ष्य दिल्ली आयल मैथिल छात्र जिनका मे योग्यता त छियैन मुदा ओ अपन योग्यता के पर्दशन करै मे कतौ ने कतौ पाछा रहि जाई छाईथ संस्था ओहेन छात्र के फ्री मे समय समय पर ट्रेनिंग दैत रहत।
Friday, November 11, 2011
कोशी महासेतु बनि क तैयार उद्घाटन अगिला महिना
77 साल पहिले आयल भुकंप जे मिथिला के दु भाग मे बांटी देने छल। कोशी नदी पर रेलमार्ग जे 1934 मे आयल भुकंप स टुट गेल छल आ जाहि कारण दुनु दिशक लोक एक दोसर स कटि गेल रहाइथ। मुदा 6 जुन 2006 क तात्कालिक प्रधानमंत्री अहि पुल के आधारशीला रखलाईथ आ 2007 मे गैनन इंडिया अहि पुल के निर्माण कार्य प्रारंभ केलक आ कुल 1.87 किमी लंबा अहि पुल के निर्माण मे 418 कङोङ के लागत लागल। गुजरात के पोरबंदर स असम के सिलचर तक एक सुत्र मे बांधई वला NH 57 फोर लेन सङक पर अवस्थित कोशी के अहि महासेतु के निर्माण स अहि क्षेत्र मे विकास के नव सबेरा सेहो आयत इ उम्मीद करी।
दिल्ली मे मनाओल गेल सामा चकेवा
दिल्ली के त्रिवेणी आँडिटोरियम काइल पुरा मिथिला रंग मे रंगल छल। मौका छल युथ आफ मिथिला आ माटी के संयुक्त आयोजन मे सामा चकेवा पर्व के। पुरा हाल महिला पुरुष स खचाखच भङल छल। महिला सब सामा गीक संग सामा पुजा केलनि आ चुरा गुङ दहि के प्रसाद सेहो बाटल गेल। अहि मौका पर दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष पुनम झा आजाद, म्रदला सिन्हा आ अन्य गणमान्य व्यक्ति सेहो उपस्थित छला। मैलोरंग के महिला कलाकार द्वारा सामा गीत पर अद्भुत न्रत्य प्रस्तुत कायल गेल। आ रमेश रंजन आ सोनी झा द्वारा मैथली गीत प्रस्तुत कायल गेल।पुनम झा कहलनि जे अहि प्रोग्राम के ओर भव्य रुप स मनाओल जाई।
Tuesday, November 8, 2011
तीन दिवसीय विद्यापति पर्व समारोह शुरु भेल
चेतना समिति पटना द्वारा आयोजित विद्यापति समारोह जे कहियो पटना के हार्डिंग पार्क मे विशाल पंडाल मे होईत छल आ जकर इंतजार पटनावाशी के 6 महिना पहिले स रहैत छल 3 दिन तक पुरा पटना अहि रंग मे डुबल रहैत छल ओ विद्यापति समारोह आब एकटा हाल मे सिमित रहि गेला आ एकटा औपचारिकता निर्वाह क रहल अछि अहि स जुङल मात्र किछ दर्शक के अलावा लगभग नग्णय रहैत अछि।
तथापि चेतना समिति पटना द्वारा आई विद्यापति समारोह के पहिल दिन राज्यपाल एकर उद्घाटन कलैथ त पुर्व मुख्यमंत्री श्री जगन्नाथ मिश्र मुख्य अतिथि छलैथ। कार्यक्रम के दोसर सत्र मे रंजना झा द्वारा विद्यापति गीत आ कवि गोष्ठी के आयोजित सेहो कायल गेल।
सामा चकेवा पर्व राजधानी दिल्ली मेसामा चकेवा पर्व राजधानी दिल्ली मे
भले सामा चकेवा के गुंज मिथिलांचल के अंगना मे कम गुंजैत हुए. मुदा मिथिला के संस्क्रति आ संस्कार के महत्व के समझैत माटी आ युथ आफ मिथिला आगामी 10 नम्बर क दिल्ली के त्रिवेणी आँडिटेरियम, त्रिवेणी कला संगम, 205 तानसेन मार्ग मंडी हाउस, नई दिल्ली मे सामा चकेवा पर्व के आयोजन कय रहल अछि.
कार्यक्रम प्रारुप :- सामा पुजा(5:30) सामा न्रत्य(6:30) संगीत(7:30) सामा भशान 9 बजे.
सामा चकेवा पर्व राजधानी दिल्ली मेसामा चकेवा पर्व राजधानी दिल्ली मे
कार्यक्रम प्रारुप :- सामा पुजा(5:30) सामा न्रत्य(6:30) संगीत(7:30) सामा भशान 9 बजे.
Friday, November 4, 2011
प्रेम नगर किरारी दिल्ली में एक दिवसीय मिथिला बिभूति पर्व
Thursday, November 3, 2011
मैथिली भाषा में रसायनशास्त्र के पुस्तक
शिक्षक पात्रता परीक्षा के तिथि में बदलाऊ भ सकैत अछी
प्रारंभिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीइटी) के तिथि में बदलाऊ भ सकैत अछी. करीब दर्जन भर जिला स परीक्षा केंद्र के सूची अखनि धरी नहीं आयल अछी . चार नवंबर क जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीइओ) के बैठक में टीइटी आ माध्यमिक-उच्चतर माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीइटी) के तैयारि के समीक्षा होयत.
अखनि टीइटी की तिथि तीन-चार दिसंबर क निर्धारित अछी. अहि तिथि के किछ और आगा बढावल जा सकैत अछि. परीक्षा केंद्रों के सूची तैयार का सब जिला के बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के भेजबाक अछी . परीक्षा केंद्र के सूची के अंतिम रूप देलाक बाद अहि लिस्ट के राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के सौपल जायत. अहि के बाद परिषद एडमिट कार्ड तैयार करत.
तकर बाद एडमिट कार्ड के वितरण होयत. एसटीइटी के तिथि पर अखन कोनो निर्णय नहीं लेल गेल अछी. हालांकि, मानव संसाधन विकास मंत्री पीके शाही स्पष्ट कर चुकल छैथ कि एसटीइटी जनवरी, 2012 में होयत. दुनु परीक्षा में 60 फीसदी अंक लावा वाला छात्र उत्तीर्ण मानल जायत.
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, महिला व निशक्त कोटि के अभ्यर्थियों के पांच फीसदी के छुट देल जायत. दुनु परीक्षाओं के रिजल्ट प्रकाशन क बाद शिक्षक नियुक्ति के प्रक्रिया शुरू होयत. टीइटी व एसटीइटी में उत्तीर्ण व्यक्ति केवल संबंधित शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल हो भ सकैत अछी.
Wednesday, November 2, 2011
सामा-चकेवा आइ अपन वजूदक लेल संघर्ष कए रहल अछि
भाई-बहिन क पवित्र प्रेम क प्रतीक पर्व सामा-चकेवा आइ अपन वजूदक लेल संघर्ष कए रहल अछि। ओना मिथिलाक किछु भाग मे एखनो लोकगीत स गुंजायमान एहि पर्वक महत्व कायम अछि। छठिक राति स कार्तिक पूर्णिमा तक बहिन क कंठ स निकलैत स्वर लहरी कान मे मधु टपकाबैत अछि। राति कए बहिन सामा-चकेवा क मूर्ति क संग-संग वृंदावन, चुगला आदि स भरल डाला ले कए सामूहिक रूप स जोतल खेत, खलिहान, चौक-चौराहा पर जुटय लगैत छथि। छोट-छोट नैना क संग-संग बूढिय़ा बहिन तक एहि मे हिस्सा लैत छथि। एहि दौरान बहिन ‘गाम कए अधिकारी तोहें बड़का भैया हो, हाथ दस पोखरि खुना दिए, चंपा फुल लगा दिए हे…Ó आदि गीत क संग सामा-चकेवा क मूर्ति एक-दूसर क हाथ मे दकए पहिने अपन-अपन भाईक दीर्घ आयुक कामना करैत छथि। एहि पर्वक खास गप ई सेहो अछि जे एकर गीत मे पर्यावरण संरक्षण क संदेश सेहो देल जाइत अछि। कार्तिक पूर्णिमाक राति बहिन सामा-चकेवा क मूर्ति क संग-संग वृंदावन, चुगला आदि स भरल डाला ले कए जोतल खेत मे जमा होइत छथि। ओहि ठाम सबस पहिने शिरिक आदान-प्रदान होइत अछि। एहि प्रक्रियाक संबंध मे कहल जाइत अछि जे जतेक बहिन स शिरिक आदान-प्रदान करब भाइक बैस ओतेक बढ़त। ताहि लेल बहिन सब टोल-मोहल्लाक एकोटा मौगि स शिरिक आदन-प्रदान करब नहि बिसरैत छथि। एहि दौरान साउस-पुतहु व ननदि-भाउज एक-दोसरा स शिरिक आदान-प्रदान करैत गाउल गीत मे अपन सबटा भाईक नाम एक-एक कए लइत जाइत छथि। फेर प्रतीक रूप म वृंदावन मे आगि लगा कए ओहि मे चुगला कए जड़ा कए गबैत छथि,’वृंदावन मे आगि लागल कियो नहि मिझाबे हे, हमर बड़का-छोटका भईया मिलकए मिझाउत हे।Óबहिन चूड़कक पुतला क मुंह झुलसा कए खराब चरित्र क प्रति विरोध दर्ज कैत ओकरा लेल अपशकुन क कामना करैत छथि। फेर पिछला 15 दिन मे बनाउल एक-एक टा सामा-चकेवा क मूर्ति कए लग कए घर दिस विदा भ जाइत छथि। मुदा भाग्य चक्र स बिमुख दू टा मैना, जेकरा बाटो-बहिन कहल जाइत अछि, तेकरा बाट पर छोडि़ दैत छथि। घर पहुंचला पर भाई स सामा-चकेवा क सबटा मूर्ति तुड़वा लैत छथि। एना खत्म होइत अछि सामा-चकेबाक शापित काल। के छलीह सामा ई लोकपर्व पद्म पुराण मे वर्णित भगवान श्रीकृष्ण क पुत्री साम्बवती व पुत्र साम्ब क पवित्र प्रेम पर आधारित अछि। चुड़क नामक एकटा चुगला श्रीकृष्ण लग चुगलि करैत अछि जे हुनक पुत्री साम्बवती वृंदावन जाइत काल ऋ षि क संग रमण मे लागल छथि। चूड़कक मुख सई सुन क्रोधित भ श्रीकृष्ण पुत्री आ ऋषि दूनू के मैना बनि जेबाक शाप द देलथि। साम्बवती क वियोग मे ओकर वर चक्रवाक (चकेबा)सेहो मैनाक रूप धारण करि लैत अछि। साम्बवतीक भाई साम्ब जखन इ सुनलक त तपस्या करि पिता श्रीकृष्ण कए प्रसन्न करैत अछि आ बहिन-बहनोई कए शाप स मुक्त करैत अछि। ओहि दिन स मिथिला मे सामा-चकेवा पर्व छठिक पारण क राति स कार्तिक पूर्णिमा तक मनाउल जाइत अछि। साभार:- झा विपिन
डिग्री पार्ट टू के परीक्षाफल नहीं प्रकाशित कायल गेला
'भारत में अछि दुनिया के सबस बेसी ग़रीब'
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा जारी केल गेल मानव विकास रिपोर्ट के मुताबिक़ दुनिया के सबस पैघ लोकतंत्र, भारत में, दुनिया के सबस ज़्यादा बहुआयामी ग़रीब रहित अछी.
भारत में 61 करोड़ लोग ग़रीब अछी, जे कि देश की आधी आबादी स बेसी अछी .
रिपोर्ट में गरीब के मूल्यांकनक लेल आय के अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा आ जीवन स्तर के तरजीह देल गेल.
रिपोर्ट के मुताबिक बहुआयामी ग़रीबों की संख्या निकालने वाला इ सूचकांक एक समुचित-सटीक तस्वीर पेश करैत अछी जे कि खली आय के मानक मानी का संभव नहीं अछी .
अहि सूचकांक के मुताबिक़ दुनिया के दस सबस ग़रीब देश त सहारा अफ़्रीका में अछी , लेकिन अगर कोनो एक देश के कुल संख्या के बात कायल जाए त दुनिया क सबस ज़्यादा ग़रीब दक्षिण एशियाई देश (भारत, पाकिस्तान आ बांग्लादेश) में रहैत अछी .
सरकार देश में ग़रीबक संख्या आँके के लेल कतेक तरीका अपनेलग आ सरकार मानैत अछी कि देश में सिर्फ एक-तिहाई जनता ग़रीबी रेखा के निचा रहैत अछी .
वर्ष 2011 में अखन तक के सबसे ज़्यादा 187 देश के श्रेणीबद्ध कल गेल जाही में भारत 134वें पायदान पर अछी.
चीन, 101वें पायदान पर आ पाकिस्तान 145वें पायदान पर अछी.
नार्वे, ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड सूची में सबस ऊपर , अमरीका चौथे जापान 12वें नंबर पर अछि.
1980 स 2011 के समयावधि में दक्षिण एशिया के कतेक देश के तरह भारत के मानव विकास के सेहो बदहाल अछी .
यूएनडीपी में भारत की निदेशक केटलिन वीसेन के मुताबिक, “हमरा भारत में औद्योगिक विकास के कार्यक्रमों पर व्यापक अध्ययन क इ सुनिश्चित कर परत कि अहि के सतत विकास होयत रहे आ वो विकास ग़रीब लोगों के लेल सेहो हुआ.”
Sabhar: BBC Hindi
अखन तक प्रदर्शित मैथिली फिल्म
वर्ष १९९९ के अंत मैथिली फिल्म के स्वर्णिम काल
मैथिली फिल्म के आधुनिक स्वरूप मुखिया जी प्रदर्शन के करिव
कन्यादान .......................................१९७१
जय बाबा बैधनाथ .............................१९७३
ममता गाबे गीत ..............................१९८२
सस्ता जिन्दगी महंग सेनुर ................१९९९
आऊ पिया हमर नगरी .......................२०००
सेनुरक लाज ....................................२००४
कखन हरब दुःख मोर ........................२००५
दुलरवा बाबु .....................................२००६
सेंदुरदान..........................................२००८
सेनुरया{साउथ के मथिली में रूपांतरण} ..२०१०
अपन गाम अपन लोग [अ प्रदर्शित}.........२०१०
पिया संग प्रीत करब कोना ...................२०१०
सजना के अंगना में सोलह सिगार .........२०११
मुखिया जी {कमिग सुन}......................२०११
साभार:-शशि मोहन दरभंगा
Tuesday, November 1, 2011
कोसी में विलुप्त भ रहल अछी दुर्लभ जीव व वनस्पति
निकटवर्ती देश नेपाल स निकलक सहरसा, सुपौल आ मधेपुरा जिला में तबाही मचाव वाली कोसी नदी के बाढ़ नहीं सिर्फ अहि इलाके के आर्थिक धरोहर व सामाजिक संरचना के बिगाड़ का अछि बल्कि आब अहि क्षेत्र में पर्यावरण संतुलन को बनावे वाला जीव व वनस्पति सेहो विलुप्त भ रहल अछी हैं। कोसी नदी के अनवरत धारा बदले, मिट्टी के कटाव आ हर साल बालू की मात्रा बढई स प्राकृतिक इकोसिस्टम नष्ट भ रहल अछि अहि कारण पहिलहे कतेक जीव-जंतु आ मछलियां भ गेल अछी।
वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक डा. अंजनी सिन्हा कहैत छैथ की अहि इलाका में औषधीय महत्व के सैकड़ों वनस्पति पायल जीत चल । शक्तिवर्द्धक महत्व वाला अश्वगंधा, ब्रेन टानिक के रूप में इस्तेमाल होवा वाला ब्रम्ही, उच्च रक्त चाप कम करे वाला सर्पगंधा, प्रसूति टानिक सतावर, काली खांसी आ श्वास रोग के इलाज में उपयोग होवा वाला गिलोय, रक्त वर्द्धक पुनर्नवा, कैंसर रोधी सदाबहार, गठियारोधी सुरंजन, गर्भ निरोधक कपास, आँख के पुतली प्रसारक बैलाडोना आ चर्मरोग के इलाज में प्रयुक्त होवा वाला घी कंवार जेहेन वनस्पित जे इंसानों क जीवनक आधार होइत छल,अहि ठाम खूब भेटैत छल। अहि क लेल दूर दूर स लोक सब अहि ठाम आबैत छलैथ, परंतु आब इ जड़ी- बूटियां खोजलो स नै भेटैत अछी । वनस्पति आ जीव विज्ञान के जानकार के मानव छैन कि अहि वनस्पतियों के कम भेला स अहिपर आश्रित जीव प्रजातियों के संख्या सेहो घटल अछी। बर्बाद भेल वनस्पितयों के कारण ओही पर आश्रित जंगली सुअर, नीलगाय, खिखिर, नकार, शाही आ खरगोश लुप्तप्राय भ चुकल अछी।
अहि क्षेत्र में 122 किस्म के मछलि पायल जाय छल । परंतु हर वर्ष आवे वाला बाढ़ कंडवाल, फोकचा, राजवाम, सुसुक कंचल, लाल कतरा, सुही चंदा, केसिरा चंदा, सावन खड़िका, ठुनका, पतासी, गुथल नगरा, कोसवती, अन्नाई सन मछलि के सेहो अपना संग वाहा का ला गेल। इ सब नाम मात्र एक टा खिस्सा बनी का रही गेल अछी। अगर एतय बचल जीव और वनस्पतियों के संरक्षण प्रदान नहीं कल गेल त आबे बाला समय में इ मात्र इतिहास के एक टा वास्तु रही जायत।
KBC-5 में एक और बिहारी करोड़पति
देश के सबस पैघ रियलिटी शो कौन बनेगा करोरपति में बिहारी टेलेंट अपन पूरा टेलेंट देखा रहल अछी! कौन बनेगा करोरपति सीजन ५ के हॉट सीट पर अमिताभ बच्चन के संग कियक टा बिहारी अहि बेर अपन टेलेंट के परचम लहरेला हां! KBC सीजन ५ में पेशा स शिक्षक मोतिहारी के सुनील कुमार ५ करोड़ जीत क नहीं खली एक टा इतिहास रचला बल्कि एहो साबित क देला जे टेलेंट के जतय गप्प हेतई ओत बिहारी सबस आगा रहत! बिहारक टेलेंट बिहार के गाँव में बासित छाई आ अहि के पूर्ण रूप स साबित काया देला यूनियन बैंक आफ इंडिया में कार्यरत पटना के अनिल कुमार सिन्हा! अनिल कुमार सिन्हा KBC में अपन पूरा टेलेंट के देखबैत १ करोड़ रूपया जीतला! अहि स पहिले KBC-5 में मधुबनी के सरोज देवी आ शेष नाथ झा सेहो अहि प्रोग्राम में अपन उपस्थिति दर्ज करेने छैथ!
Monday, October 31, 2011
दहेज़ के लेल एक और मैथिल बेटी के हत्या
बाबूबरही (मधुबनी) दहेज के लेल पिंकी के हत्या क साक्ष्य मिटाबाई के लेल लाश के जला देल गेल। इ आरोप लगबैत पिंकी के पिता कलुआही थाना क्षेत्र के नरार पूबारी टोला निवासी खड़ानंद झा स्थानीय थाना में कांड सं. 158/11 दर्ज करेलैठ है। थानाध्यक्ष सुरेन्द्र लाल देव मामला के तफ्तीश प्रारंभ क देलैथ है ।
दर्ज कारावल गेल प्राथमिकी में कहल गेला की इ अपन पुत्री के विवाह हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार लाखों रुपये खर्च क पांच दिसंबर 2002 को भटचौड़ा निवासी विमल झा स केने रहेत । पिंकी की दो संतानें क्रमश: आठ वर्षीया कंचन व चार वर्षीया भारती छानी। ओ कहला कि शादी के महज कुछ दिन बाद स ही पति, ससुर, उमाकांत झा, भैंसूर, देवनाथ झा, बड़ी गोतनी, सास एवं जाउत अजय कुमार झा दहेज के लिए पिंकी को प्रताड़ित करैत छलखिन। किन्तु गत दिन पिंकी की मौत के सूचना देल गेल मना करे के बाबजूद लास के आनन् फानन में जला देल गेल.
मानवीय एकता के सबस पैघ पर्व छठ
लोक आस्था आ विस्वास के सबस पैघ पर्व छठ जे बिहार आ यूपी के लोक के मुख्य रूप स मनाबैत अछी मुदा आब पर्व बिहार आ यूपी के लोकक बिच नहीं रही गेला! अहि पर्व के महत्व के आ अहि पर्व के असीम आस्था के देखैत आब छठ के दोसरो समाज के लोक सब अहि पर्व में खूब बढ़ी चढ़ी का हिस्सा लेत छैथ तकर कारण अछी आब छैठ बिहार आ यूपी स बाहरो असामी बंगली आ मारवारी मराठी आ बहुत जगह त मुस्लमानओ सब अहि पर्व के खूब धूम धाम स मनाबैत छैथ! छठ पर्व के महानता के आहा अहुना देखा सकैत छि जे अहि पर्व में समाजक हर वर्ग के कतेक उचित स्थान भेटल अछी! समूचा भारत में मानवीय एकता के अहि स पैघ उदाहरण की भेटत! छैठ पर्व पूरा समाज के एक सूत्र में बंधैत अछी! अहि पर्व के एकता महानता और अछी जे उगैत सूरज के अर्घ त सब देत अछी मुदा डूबैत सूरज के के अर्घ मात्र छट पर्व त में!
सब गोटे के छठ पर्व के बहुत बहुत शुभकामना
Sunday, October 30, 2011
बिहार के पर्व मुंबई आ देल्ही में राजनीती
बिहार आ यूपी के पर्व में पिछला किछ साल स मुंबई आ देल्ही में खूब राजनीती भ रहल अछी! छठ के आबैते देरी अहि ठाम के राजनीती पार्टी छठ के लाका खूब बयानबाजी करा लागैत छैथ! तकर कारणों छाई जे देल्ही आ मुंबई देश के अहि दुनु टा मेट्रो में बिहारक लोक के पकर हरेक क्षेत्र में खूब बढलाई या आ अहि दुटा शहर में बिहारक लोक आब वोट बैंक सेहो भ गेला ! आ अहि वोट बैंक के अपना दिस करे में अहि छठ पूजा एक टा नीक मंच भेट जैत छैन आ खूब जमी का राजनीती करैत छैथ! ओ चाहे देल्ही के यमुना घाट हुआ या मुंबई के जुहू बिच!
Saturday, October 29, 2011
पलायन लेल फेर एक बेर तैयार बिहारक मजदूर
मशहूर चित्रकार दुलारी देवी के राज्यपाल सम्मानित करता
अकादमी मधुबनी के निदेशक डा. नरेन्द्र नारायण सिंह निराला शुक्रवार क कहलें कि हुनका इ जानकारी चेतना समिति के सचिव विवेकानंद ठाकुर देलखिन । ओ कहलिन कि मिथिला चित्रकला की चित्रकार दुलारी देवी के पटना के अभियंता संघ परिसर में 8 नवंबर क प्रस्तावित विद्यापति समारोह पर राज्यपाल देवानंद कुंवर शॉल, सम्मान-पत्र, ताम्रपत्र आ नकद राशि भेंट क क सम्मानित करथिन ।
Sunday, October 23, 2011
प्राथमिक शिक्षा के स्थिती पहिले स बेसी ख़राब
मुदा वर्तमान परित्रिस्य एकदम उल्टा अछी स्कूल में शिक्षक के कमी के दूर करैक लेल पहिले शिक्षा मित्र फेर B.Ed आ फेर मैरिट लिस्ट के आधार आ फेर एक बेर तैयारी भ रहल अछी पात्रता परीक्षा के आधार पर मुदा एते प्रयास के बाबजूद बिहार में प्राथमिक शिक्षा के स्तर में बहुत गिरावट भेला! आखिर अहि गिरावट के पीछा किएक टा कारण अछी! १. शिक्षा मित्र के तहत जे शिक्षक के बहाली भेल ओही में अधिकतर ओहेन लोग के बहाली भेल जे कोनो दृष्टिकोण एकटा नीक शिक्षक के लेल यौग्य नै छिया! २. मिड मिल जे केंद्र सरकार के एकटा योजना अछी ओकर असर सेहो कतौ ने कतौ स्कूल में गलत माहोल बनेलक भले अहि में सरकार के इ दृष्टिकोण होई जे कम स कम खाना के लोभे त बच्चा स्कूल आयत मुदा एकर असर स्कूल में कतेक ख़राब अछी इ जखन आहा बिहार के कोनो स्कूल में जायब तखने स्पष्ट होयत इ हम अहि ठाम शब्द स नहीं कही सकैत छि! ३. पहिले स्कूल सब स्वतन्त्र होइत छल ओकरा ग्रामीण राजनीती स कोनो टा मतलब नै होइत छल मुदा जहिया स स्कूल में ग्रामीण राजनीती के पैठ बढ़ल ला स्कूल सचिव मुखिया आदि त एकर परिणाम सेहो नीक नहीं रहल अछी इ सब स्कूल के नीक सञ्चालन स बेसी रूचि स्कूल के मिड मिल आ अन्य कोनो स्कूल विकास के लेल जे फंड आबैत अछी ताहि पर राखैत छैथ! जकर परिणाम इ होइत अछी जे हमेशा स्कूल के शिक्षक स ल क सब अहि में उलझल रहित छैथ विद्यार्थी पढ़े वा नै ताहि दिस बेसी रूचि नै रहैत छैन!
४. शिक्षा के स्तर में कमी के एकटा और बहुत पैघ फेक्टर अछी जे अहि में कोनो सक नै जे स्कूल में विद्यार्थी के संख्या बढलाया भले ओ नामे ला स्कूल अबैत हैत स्कूल के संख्या में कोनो इजाफा नै भेला यहाँ तक की जे स्कूल पहिले प्राइमरी चल ओ आब मिडिल भगेला त स्कूल के जे छमता छै ओही स बेसी विद्यार्थी भ गनै सेहो एकटा कारण बनैत अछि!
अगर प्राथमिक शिक्षा में कमी होयत ता इ बच्चा सब के भविष्य के लेल कतेक पैघ खेलवार होयत! की खाली आकरा टा में देखबे लेल बच्चा स्कूल आबे! आ जतेक फंड आबे ओ खाली आपसी बट्बारा लेल होई!
Monday, October 10, 2011
मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह नवंबर में
Sunday, September 25, 2011
तेलंगाना जेना आन्दोलन के जरुरत मिथिला के
मिथिला राज्य क मांग क कहियो मात्र अहि आधार पर ठुकरा देल गेल रहा जे भाषा क आधार पर मिथिला राज्य क मांग कियाक भ रहल अछी जखन क मैथिलि भाषा क संबैधानिक भाषा क दर्जा अछिए नहीं! जखन आब हमार भाषा क संबैधानिक भाषा क मान्यता भेट गेल अछी त हमरा आब मिथिला राज्य सेहो भेटबाक चाही!
कारण जाबित धरी हमरा राज्य क दर्जा नहीं भेटत टा धरी हमरा सबके बिहार पर निर्भर रहा परत आ बिहार क सब्त विकास गंगा क ओही कात होयत जे भ रहल अछी! आ केंद्र सेहो मिथिला क नाम पर चुप रहत! आ अपन सबहक नेता सब क गप्पे जुनी करू। मैथिलि स कम बजाई जे बाला भाषा सब क कियाक त टीवी चेंनेल छाई रेडियो स्टेशन छाई मुदा मैथिलि में एको टा नै। मिथिला में नै एकोटा निक स्कूल नै कॉलेज। बाढ़ी आ दहार के आलावा हमरा सब कीच नहीं देखलियाई! आखिर कतेक दिन तक हम मैथिल मिथिला राज्य क मांग पर एकजुट नै होयब?? इ एकटा सवाल अछी मिथिला राज्य टा क नै हमर अहाक भाषा आ संस्कृति क सेहो???????
Sunday, May 22, 2011
जीत के जस्न बदली गेल गम में
Friday, March 11, 2011
मैथिली एकटा सम्रद्ध भाषा अछि
साभार प्रभात खबर
Thursday, March 3, 2011
280 लाख करोड़ का सवाल
है ...भारतीय गरीब है लेकिन भारत
देश कभी गरीब नहीं रहा"* ये
कहना है स्विस बैंक केडाइरेक्टर
का . स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने
यह भी कहा है कि भारत का लगभग
280 लाख करोड़ रुपये
(280 ,00 ,000 ,000 ,000)
उनके स्विस बैंक में जमा है . ये
रकमइतनी है कि भारत का आने वाले
30 सालों का बजट बिना टैक्स के
बनाया जा सकता है.या यूँ कहें
कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए
जा सकते है. या यूँ भी कह सकते
हैकि भारत के किसी भी गाँव से
दिल्ली तक 4 लेन रोड
बनाया जा सकता है. ऐसा भी कहसकते
है कि 500 से ज्यादा सामाजिक
प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते
है . ये रकमइतनी ज्यादा है कि अगर
हर भारतीय को 2000 रुपये हर
महीने भी दिए जाये तो 60साल तक
ख़त्म ना हो. यानी भारत
को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने
कि कोई जरुरतनहीं है .
जरा सोचिये ... हमारे भ्रष्ट
राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे
देश कोलूटा है और ये लूट
का सिलसिला अभी तक 2011 तक
जारी है. इस सिलसिले को अब
रोकनाबहुत
ज्यादा जरूरी हो गया है.
अंग्रेजो ने हमारे भारत पर करीब
200 सालो तक राजकरके करीब 1
लाखकरोड़ रुपये लूटा. मगर
आजादी के केवल 64 सालों में
हमारे भ्रस्टाचार ने 280लाख
करोड़ लूटा है. एक तरफ 200 साल
में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ
केवल 64सालों में 280 लाख
करोड़ है. यानि हर साल लगभग
4.37 लाख करोड़, या हर
महीनेकरीब 36 हजार करोड़
भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में
इन भ्रष्ट
लोगों द्वारा जमाकरवाई गई है .
भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन
की कोई दरकार नहीं है .
सोचो कीकितना पैसा हमारे भ्रष्ट
राजनेताओं और उच्च
अधिकारीयों ने ब्लाक करके
रखा हुआहै . हमे भ्रस्ट
राजनेताओं और भ्रष्ट
अधिकारीयों के खिलाफ जाने
का पूर्ण अधिकारहै .हाल ही में
हुवे घोटालों का आप
सभी को पता ही है - CWG घोटाला,
२ जीस्पेक्ट्रुम घोटाला , आदर्श
होउसिंग घोटाला ... और ना जाने
कौन कौन से घोटालेअभी उजागर
होने वाले है
एक आन्दोलन बन जाये भ्रष्टाचार
पर एन विट्ठल , किरण बेदी, एपीजे
अब्दुल कलाम की रायएनविट्ठल
( पूर्व केंद्रीय
सतर्कता आयुक्त) : भ्रष्टाचार
समाज में कैंसर कीतरह है और इससे
देश को व्यापक नुकसान हो रहा है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ
आमनागरिकों में रोष भी है।
सभी इसके बारे में चर्चा करते
हैं , लेकिन कोई कुछकरने
की स्थिति में नहीं है।किरण
बेदी (पूर्व आईपीएस अधिकारी):
भारतमें सफेदपोश
अपराधी ही भ्रष्टाचार में लिप्त
हैं। जितना बड़ा अपराध
औरअपराधी होता है उसके बचने
की संभावना भी उतनी ही ज्यादा होती है।
एपीजेअब्दुल कलाम (पूर्व
राष्ट्रपति): भ्रष्टाचार कैंसर
की तरह देश को निगल रहाहै और अब
इसकी तत्काल कीमोथेरेपी किए
जाने की आवश्यकता है।
भ्रष्टाचारमुक्त भारत बनाना आज
सबसे बड़ी चुनौती है और इसके लिए
युवाओं को आगे आनाहोगा।