पिछला किछु दिन स भारत मॆ आकङा बङ चर्चा मॆ रहल अछि! कखनॊ शॆयर मार्कॆट कॆ त कखनॊ कच्चॆ तॆल कॆ दाम मुदा आकङा कॆ अहि खॆल मॆ जतॆक चर्चा संसद कॆ 272 कॆ आकङा पर पङल हॊयत ऒतॆक कॊनॊ दॊसर पर नहि ! सत्ता कॆ गलियारा मॆ तॊङ मॊङ कॆ खॆल काफी तॆजी स चलि रहल अछि! दॆश कॆ आम जनता कॆ त बस इंतजार छै मंगलवार कॆ! उम्हर मिडिया मॆ खबङ आबि रहल अछि जॆ तॊङ मॊङ कॆ अहि खॆल मॆ 25 कङॊङ मॆ सांसद बिका रहल अछि! युपीए पर खतरा स्पष्ट मंडरा रहल अछि! आखिर ई बात सॆहॊ युपीए कॆ याद हॆतै जॆ 1999 मॆ एनडीए मात्र एक टा वॊट दुआरॆ सत्ता स बाहर भ गॆल रहॆ! कांग्रॆस कॆ नैया आब बस पार लगा सकैत अछि त छॊट छॊट राजनिति दल! कांग्रॆस पुर्ण रुप स आब आश्रित छियाईथ हिनकॆ सब पर! सबहक नज़र पाँच सांसदों वाला शिबू सोरेन के झारखंड मुक्ति मोर्चा (एएमएम), तीन सांसद वाला जनता दल (एस), तीन सांसद वाला अजित सिंह के राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) और तीन सांसद वाला तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआईएस) और निर्दलीयों पर लागल छैन! अहि विश्वाश मद मॆ ई छॊट दल सब कॆ भुमिका काफी अहम भ गॆल छनि! ई सब अखनि धरि अपन चुप्पी नहि तॊङलखिन हॆ! उम्हर कांग्रॆस कॆ डुबैत नैया कॆ थामई वला सपा कॆ राज्यसभा सांसद शाहिद सिद्दकि सॆहॊ साथि छॊङि क बसपा मॆ शामिल भ गॆलखिन हॆ! सपा कॆ नाव डगमगा रहल छैन! सिद्दकि जी कॆ वयान आवि रहल छैन जॆ ऒ अपना संगॆ आऒर नॆता सब कॆ अन्ता एहॆन परिस्थिति मॆ सपा कॆ बहुत भारि पङतैन कांग्रॆस कॆ हाथ पकङनाय! राष्ट्रीय लोकदल के नेता अजीत सिंह पहिलॆ हुनकर संग छॊङि दॆलखिन. ऒना इ बात त स्पष्ट अछि जॆ कांग्रॆश कॆ बहुमत साबित करनाय सहज नहि रहतनि! यूपीए के घटक दल के अलावा हमरा संगॆ आऒर लोग सॆहॊ छिया. रिस्क यानी ख़तरा त अछि मुदा सरकार ई रिस्क जानबूझक लॆलक अछि. शिबू सोरेन, देवेगौड़ा, सब हमरा संग छिया.... ई कहब छनि काग्रॆस प्रवक्ता श्री शकिल अहमद कॆ!
स्लाँग आभर चलि रहल अछि हार जीत त आखिरि वाँल मॆ हॊईत छै! मंगल दिन सबहक नजरि अहि पर रहत! नॆता स लक आम जनता तक कॆ वॆह स्थिति छनि जॆना क्रिकॆट मैच मॆ आखिरि गॆंद पर दर्शक कॆ जॆ स्थिति रहैत छै! एतय गॆंद बिका रहल अछि जै पार्टि जतॆ पाई दॆबई गॆंद ऒकरॆ हॊयत फॆर अहा गॆंद कॆ जॆना फॆंक सकियै ऒ ऒहिना घुमत! हिनकर सबहक ईम्पायर सॆहॊ मैच दॆखि क भागि गॆला तॆ आब दॆखु कि हॊयत अछि!
आखिर किछु हौ मुदा जाहि लॆल ई झगङा भॆल ऒकर कि हॊयत अगर युपीए सरकार सत्ता मॆ नहि रहैत अछि त! कि हॆतई अहि न्युक्लियर डील कॆ कि ई एतय तक रहि जायत या ई आगा बढत? भलॆ ई नॆता सब अहि डील कॆ आङ लक आपस मॆ झगङा करैत मुदा ई डील बहुत जरुरि छै दॆश कॆ लॆल ! आबै वला समय मॆ उर्जा कॆ मुख्य स्त्रॊत रहत इ! अगर हमरा सब आइ चुकि जाई छि त बात मॆ भ सकैत अछि जॆ हमरा लॊकिन कॆ ई बहुत मंहगा पङत! एकर आवशयकता हमरा सबकॆ बाद मॆ बुझाई पङत!
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