मिथिला राज्य के मांग पिछला ६० साल स चली रहल अछी! भारत में भाषा के आधार पर कियक टा राज्य के गठन भ चुकल अछी! यदि भाषा के आधार पर पंजाब बनी सकैत अछी कर्नाटका के राज्य के दर्जा भेट सकैत अछी त मिथिला के कियाक नहीं! मैथिलि कोनो भाषा स बेसी समृद्ध अछी ! सांस्कृतिक दृष्टी स सेहो अपना आप में पूर्ण अछी! मिथिला राज्यक मांग कोनो नव नहीं अछी मिथिला राज्य के मांग के गप्प भारत के आजादी के संगे उठल मुदा ओही समय निक नेत्रत्व के आभाव में मिथिला राज्य क गप्प त दूर मैथिलि सन समृद्ध भाषा क सेहो भारतीय संबिधान में कोनो जगह नहीं देल गेल! मैथिल सबहक संग इ एकटा बाद पैघ छल केल गेल! मुदा भले बहुत देरी लागल मुदा २००३ में अटल बिहारी जी क सरकारक समय मैथिलि भाषा क संबिधान में जगह भेटल!
मिथिला राज्य क मांग क कहियो मात्र अहि आधार पर ठुकरा देल गेल रहा जे भाषा क आधार पर मिथिला राज्य क मांग कियाक भ रहल अछी जखन क मैथिलि भाषा क संबैधानिक भाषा क दर्जा अछिए नहीं! जखन आब हमार भाषा क संबैधानिक भाषा क मान्यता भेट गेल अछी त हमरा आब मिथिला राज्य सेहो भेटबाक चाही!
कारण जाबित धरी हमरा राज्य क दर्जा नहीं भेटत टा धरी हमरा सबके बिहार पर निर्भर रहा परत आ बिहार क सब्त विकास गंगा क ओही कात होयत जे भ रहल अछी! आ केंद्र सेहो मिथिला क नाम पर चुप रहत! आ अपन सबहक नेता सब क गप्पे जुनी करू। मैथिलि स कम बजाई जे बाला भाषा सब क कियाक त टीवी चेंनेल छाई रेडियो स्टेशन छाई मुदा मैथिलि में एको टा नै। मिथिला में नै एकोटा निक स्कूल नै कॉलेज। बाढ़ी आ दहार के आलावा हमरा सब कीच नहीं देखलियाई! आखिर कतेक दिन तक हम मैथिल मिथिला राज्य क मांग पर एकजुट नै होयब?? इ एकटा सवाल अछी मिथिला राज्य टा क नै हमर अहाक भाषा आ संस्कृति क सेहो???????
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