मूक रहितो फिल्म बाँचि रहल छल स्वर्णिम अतीत
‘वैवरेण्ट दरभंगा’ केलक अभिभूत
दरभंगा, 28 नवम्बर, फिल्ममे हवाइ जहाज उड़ि रहल छल आ लोकक मन सिहा रहल छल। तहिया आइ सन संसाधन नञि छल आ दरभंगाक हवाइ अड्डासँ एक-दू नञि कतेको जहाज उड़ि रहल छल, उतरियो रहल छल। जे असलीहत छल से आइ सपना अछि। दरभंगावासी देखि रहल छला लक्ष्मीश्वर विलास, राजनगरक ऐतिहासिक आलीशान भवन, मन्दिर, हाथी आ घोड़ा, पोलो खेलाइत महाराज आ अंग्रेज लोकनिकेँ, फुटबालक राष्ट्रिय मैच आदि। भखरल वर्त्तमान दर्शककेँ हठात् स्वर्णिम अतीतपर विश्वास नञि जमऽ दऽ रहल छल, मुदा छल सत्य। ई सत्य गौरवशाली अतीतसँ सभक आँखिमे चमक भरि रहल छल तँ धरोहरिक उपेक्षा केर वर्त्तमान सभकेँ विषादसँ सेहो भरि रहल छल। फिल्म मूक रहितो बहुत किछु बाजि रहल छल। अवसर छल बृहस्पतिकेँ पीटीसीक ऐतिहासिक विशेश्वर सिंह सभागारमे दरभंगा फिल्म क्लब आ ई समाद दिससँ आयोजित ‘वेवरेण्ट दरभंगा’ केर। आइसँ 72 बरख पूर्वक रंगीन वीडियो केर माध्यमे वैभवशाली अतीत आ एहिमे समाजक सभ वर्गक सहभागितासँ परिचित करबैत वर्त्तमानकेँ सम्हारबा लेल जागरूकताक सनेस देनिहार एहि आयोजनमे फिटिन, बग्गी, लखमाणी परिवारक सहयोगेँ चिमनीसँ बहाराइत धूआँ, लोहट चिन्नी मिलक निरीक्षण, जीबी डेनवीक आगमन, जीवेश्वर सिंहक उपनयन, दरभंगा जंक्शनपर वायसराय लार्ड लेनलीथगो केर आगमन, प्रशासकीय व्यवस्था आदिक चित्र दर्शककेँ भाव-विभोर केलक। ओतहि दरभंगामे गठित इण्डियन फुटबॉल एसोसिएशनक बेला पैलेसमे भेल पहिल मैचसँ सेहो दर्शक परिचित भेला। एहि अवसरपर तेजकर झा आ सञ्चालन करैत ई समादक आशीष झा फिल्मक प्रसंग बहुत रास जनतब देलनि। संगहिँ एहिपर दुख प्रकट केलनि जे फुटबॉल एसोसिएशनक प्रथम अध्यक्ष राजकुमार विशेश्वर सिंहक नामपर शुरू भेल विश्वेश्वर कप बन्न भऽ गेल। ओ स्थानीय लक्ष्मीश्वर सिंह पब्लिक लाइबे्ररीमे पड़ल धूरा फाँकि रहल अछि ओतहि ओही एसोसिएशनक सचिव महाराजा सन्तोष सिंहक नामपर एखनो ट्राफी चलि रहल अछि। उपेक्षाक बादो किछु दिन पूर्व संस्कृत विविक भवनकेँ एक सर्वेमे 15 महलमे 15म स्थान भेटल जँ संरक्षित रहैत तँ कोना स्थान भेटैत? एहि अवसरपर कासिंद संस्कृत विविक कुलपति डॉ. रामचन्द्र झा, नगर विधायक सञ्जय सरावगी, पूर्व मेयर ओमप्रकाश खेड़िया धरोहरिक सुरक्षा आ दरभंगाक विकास लेल समवेत प्रयासक बात कहलनि। ओतहि विजय बैरोलिया दरभंगामे पहिल बेर इजोत अनबा लेल अपन पूर्वज कृष्णा बैरोलियाक अवदानकेँ सार्वजनिक रूपसँ राखल जेबासँ अभिभूत छला। आयोजनमे मेराज सिद्दीकी, गौतम, प्रभाकर झा आदिक सक्रिय सहयोग रहल।
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