प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्माचारिणी।तृतीय चंद्रघण्टेति कुष्माण्डेति चतुर्थकम्।पंचमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च।सप्तमं कालरात्रि महागौरीति चाऽष्टम्।नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गा प्रकीर्तिताः।यह शारदीय नवरात्रा जीवन मे नये जोश और उमंग के साथ ढेरो खुशियां लाये।
6 comments:
आपका लेख पढ़कर हम और अन्य ब्लॉगर्स बार-बार तारीफ़ करना चाहेंगे पर ये वर्ड वेरिफिकेशन (Word Verification) बीच में दीवार बन जाता है.
आप यदि इसे कृपा करके हटा दें, तो हमारे लिए आपकी तारीफ़ करना आसान हो जायेगा.
इसके लिए आप अपने ब्लॉग के डैशबोर्ड (dashboard) में जाएँ, फ़िर settings, फ़िर comments, फ़िर { Show word verification for comments? } नीचे से तीसरा प्रश्न है ,
उसमें 'yes' पर tick है, उसे आप 'no' कर दें और नीचे का लाल बटन 'save settings' क्लिक कर दें. बस काम हो गया.
आप भी न, एकदम्मे स्मार्ट हो.
और भी खेल-तमाशे सीखें सिर्फ़ 'ब्लॉग्स पण्डित' पर.
बड्ड नीक सोनूजी।
सुंदर प्रस्तुति
बधाई स्वीकारें /समय निकाल कर मेरे ब्लॉग पर भी पधारें
Mithi maithili ko hum tak pahunchane ka dhanyawad. Mithila sanskriti se judi anya posts ka intejar rahega.(Unnecesary word verification hata lein- Abhishek Mishra).
नीक प्रयास अछि।
माटि मिथिलाक छूटल प्रवासी भेलहुँ।
मातृभाषा विकासक करू नित जतन।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
सुन्दर...अहां के नवरात्र केर शुभकामना...
हितेंद्र कुमार गुप्ता
http://muskuraahat.blogspot.com
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